इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) साल 2022 कीशुरुआत 26 मार्च को चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Super Kings) और कोलकाता नाइटराइडर्स (Kolkata knight Riders) के बीच खेले जाने वाले मुकाबले से होने जा रही है। CSK और KKR दोनों टीमें नए कप्तान की अगुवाई में उतरेंगी।
एक तरफ जहां कोलकाता नाइटराइडर्स ने मेगा ऑक्शन में श्रेयस अय्यर (Shreya Iyer) को खरीदकर अपने कप्तान बनाया है। जबकि दूसरी तरफ टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) द्वारा चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की कप्तानी छोड़ी जाने के बाद टीम प्रबंधन ने ऑलराउंडर खिलाड़ी रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को अपना नया कप्तान नियुक्त किया है।
ऐसे में दोनों टीमें उद्घाटन मुकाबले में नए कप्तान के अंडर मैदान पर उतरेंगी। ऐसी में मुकाबले से पहले हम आपको बताते हैं दोनों टीमों की ताकत और कमजोरी के बारे में।
Chennai Super Kings का ये है मजबूत पक्ष
अब तक इंडियन प्रीमियर लीग के कुल 14 संस्करण खेले जा चुके हैं। जिसमें से चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम ने चार बार खिताब पर कब्जा जमाया है।
अगर इस सीजन की बात करें तो चेन्नई सुपर किंग्स की टीम रवींद्र जडेजा के नेतृत्व में ड्वेन ब्रावो (Dwayne Bravo), शिवम दुबे (Shivam Dube ) और राज्यवर्धन हैंगरगेकर (Rajyavardhan Hangergeker) और दिग्गज मोईन अली (Moeen Ali) के दम पर बेहतरीन प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी।
दूसरी तरफ इस टीम के पास महेंद्र सिंह धोनी जैसा विकेटकीपर बल्लेबाज मौजूद रहेगा। महेंद्र सिंह धोनी भले ही टीम की कप्तानी छोड़ चुके हैं, मगर वह जहां पर जरूरत होगी कप्तान Ravindra Jadeja का मार्गदर्शन करते नजर आएंगे। इन सारी चीजों के अलावा इस टीम के पास कई बिग हिटर बल्लेबाज हैं जो मौका पड़ने पर विपक्षी टीम के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा सकते हैं।
CSK की क्या है कमजोरी?
चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम इस बार के आईपीएल में पूरे दमखम के साथ मैदान पर उतरने वाली थी मगर टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले इस फ्रेंचाइजी ने धोनी की जगह रविंद्र जडेजा को नया कप्तान बनाया है।
आपको बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में पिछली बार चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने फाइनल मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स को मात देकर चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था, लेकिन इस बार धोनी की कप्तानी छोड़ने से टीम के प्रदर्शन पर निश्चित तौर पर असर पड़ने वाला है। जबकि पहले मुकाबले में टीम के प्रमुख गेंदबाज दीपक चाहर (Deepak Chahar) और ऑलराउंडर मोईन अली का खेलना तय नहीं है।
ऐसे में मुकाबले से पहले केकेआर के सामने CSK की टीम कमजोर नजर आ रही है। दूसरी तरफ पिछले सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स की खिताबी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले फाफ डुप्लेसिस भी इस बार सीएसके के खेमे में शामिल नहीं है। ऐसे में इस टीम को कुछ स्टार खिलाड़ियों की निश्चित तौर पर कमी खलने वाली है।
जानिए क्या है कोलकाता नाइट राइडर्स का मजबूत पक्ष
एक तरफ जहां आईपीएल की शुरुआत से ठीक पहले महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने नए कप्तान के तौर पर रवींद्र जडेजा के नाम का ऐलान किया है तो दूसरी तरफ केकेआर की टीम है अबकी सीजन में नए कप्तान की लीडरशिप में मैदान पर उतरेगी।
कोलकाता नाइट राइडर्स की फ्रेंचाइजी ने श्रेयस अय्यर को मेगा ऑक्शन के जरिए खरीद कर अपना कप्तान बनाया है। ऐसे में खिलाड़ी कप्तान के तौर पर टीम के लिए बेहतर कर सकता है साथ ही बल्ले से भी टीम की जीत में योगदान देने का माद्दा रखता है।
दूसरी तरफ केकेआर की टीम में इस बार सुनील नरेन (Sunil Naren) और वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarti) जैसे दिग्गज स्पिनर गेंदबाज भी है। दूसरी तरफ सैम बिलिंग्स (Sam Billings), नितीश राणा (Nitish Rana) और आंद्रे रसेल (Andre Russell) जैसी पावर हिटर बल्लेबाज मौजूद है जो समय आने पर विपक्षी टीम के गेंदबाजों के खिलाफ ताबड़तोड़ अंदाज में रन जुटा सकते हैं।
यहां पर कमजोर नजर आ रही है KKR
इस बार की आईपीएल में अगर कोलकाता नाइटराइडर्स की गेंदबाजी आक्रमण की बात की जाए तो इस टीम का गेंदबाजी आक्रमण बेहद कमजोर नजर आ रहा है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इस टीम में अगर पैट कमिंस (Pat Cumins) को अलग कर दिया जाए तो कोई भी ऐसा गेंदबाज नहीं है जो पारी के आखिरी ओवर में सटीक गेंदबाजी कर सके। उमेश यादव (Umesh Yadav) जैसे कि एक बात जरूर मौजूद है मगर इस सीनियर खिलाड़ी को आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में अधिक मौके नहीं मिले हैं।
दूसरी तरफ केकेआर की फ्रेंचाइजी मेगा ऑक्शन के जरिए 2 विकेटकीपरों पर दांव खेला है। जिसमें शेल्डन जैकसन और सैम बिलिंग्स का नाम शामिल है। शेल्डन जैकसन इस फॉर्मेट का चर्चित चेहरा नहीं है।
ऐसे में सैम बिलिंग्स को हर मुकाबले में मौका मिलना चाहिए, जबकि दिग्गज स्पिनर सुनील नरेन, वरुण चक्रवर्ती के साथ दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी आंद्रे रसेल की फिटनेस को लेकर टीम उतनी सहज नहीं है। अगर इन खिलाड़ियों में से कोई भी खिलाड़ी टूर्नामेंट के दौरान चोटिल होता है तो ऐसे में कप्तान श्रेयस अय्यर के अलावा इस फ्रेंचाइजी के सामने कई परेशानियां खड़ी होने वाली है।