भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मुकाबलों की सीरीज संपन्न होने के बाद तीन वनडे मुकाबलों की सीरीज आज से शुरू हो रही है। सीरीज के पहले वनडे मुकाबले में भारत के नियमित कप्तान रोहित शर्मा परिवारिक व्यस्तता के कारण टीम का हिस्सा नहीं हैं। ऐसे में उनके स्थान पर टीम की अगुवाई का जिम्मा हार्दिक पांड्या के कंधों पर है।
दोनों देशों के बीच वनडे सीरीज का पहला मुकाबला 17 मार्च को मुंबई में खेला जा रहा है। जबकि सीरीज के शेष बचे दो मुकाबलों में रोहित शर्मा टीम की कप्तानी करते नजर आएंगे।
दूसरे और तीसरे मुकाबले में उप कप्तानी का दायित्व संभालेंगे पांड्या
आपको बताते चलें कि पहले वनडे मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी करते नजर आने वाले हार्दिक पांड्या रोहित की टीम में लौटने के बाद टीम के उपकप्तान की भूमिका में नजर आएंगे। उम्मीद है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाली 3 वनडे मुकाबलों की सीरीज टेस्ट सीरीज की तरह ही रोमांचक होगी।
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भारत की वनडे स्क्वाड में मिली जगह
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट हाल ही में संपन्न हुई चार टेस्ट मुकाबलों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया की स्क्वायड का हिस्सा थी। इसके अलावा उन्होंने रणजी ट्रॉफी के बीते सीजन में भी अपनी टीम के लिए कमाल का प्रदर्शन किया था।
ऐसे में उन्हें लंबे अरसे बाद भारत की वनडे स्क्वाड में जगह दी गई है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घोषित की गई वनडे सीरीज में जयदेव उनादकट के अलावा तेज गेंदबाजों के तौर पर मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, उमरान मलिक और मोहम्मद शमी को भी जगह मिली है। यह सभी खिलाड़ी टीम में शामिल हैं।
समझ से परे कप्तान हार्दिक पांड्या का फैसला
जयदेव उनादकट के हालिया घरेलू टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन को देखकर यह माना जा रहा है था कि पहले वनडे में उन्हें मौका दिया जाएगा, हालांकि ऐसा नहीं हो सका। भारतीय टीम के कप्तान हार्दिक पांड्या ने उनपर भरोसा नहीं जताया, जिसे उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे से बाहर बैठना पड़ रहा है। वहीं कई क्रिकेट फैंस सोशल मीडिया पर उन्हें टीम में जगह नहीं दिए जाने पर सवाल उठाए हैं।
जहीर खान की तरह गेंद से बरपाता कहर
दरअसल जयदेव उनादकट के पास भारतीय टीम के पूर्व पेसर जहीर खान की तरह गेंदबाजी का क्षमता मौजूद है। उन्हें न सिर्फ यार्कर में स्पेशललिस्ट माना जाता है, बल्कि वो गेंद में वैरिएशन में लाने की जबरदस्त कला है। वहीं कई दफा उन्हें अपने शानदार गेंदबाजी के दम पर जीत दिलाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
10 साल से टीम इंडिया से दूर
गौरतलब है किअपनी कप्तानी में बंगाल को मौजूदा सीजन में रणजी का चैंपियन बनाने वाले जयदेव उनादकट ने तकरीबन 10 साल पहले साल 2013 में अपना आखिरी वनडे मुकाबला खेला था। लेकिन बीते कुछ समय से वह घरेलू टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं ऐसे में उन्हें पहले टेस्ट टीम में जगह दी गई है और अब उन्हें वनडे टीम में भी शामिल कर लिया गया है, लेकिन इसके बावजूद अंतिम 11 में उन्हें मौका नहीं दिया गया।