भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की आज पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए ताजपोशी हो गई। इस दौरान राजधानी दिल्ली में बीजेपी कार्यालय में देश के कई राज्यों के कार्यकर्ता और पार्टी के सीनियर नेता पहुंचे हैं।बात अगर जेपी नड्डा के अब तक के राजनीतिक सफर की बात किया जाए तो उन्होंने साल 1975 में जेपी आंदोलन में हिस्सा लिया था। इसके बाद वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हो गए।
इसी दौरान जेपी नड्डा ने साल 1977 में छात्र संघ का चुनाव लड़ा और सचिव बन गए। अपनी पढ़ाई से साथ राजनीति में रूचि रखने वाले जेपी नड्डा ने पटना से स्नातक के बाद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एलएलबी किया। यहां पर उन्होंने छात्र संघ का चुनाव भी लड़ा और वे जीत गए। इसके बाद उन्हें विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष के तौर पर चुने गए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचने वाले जगत प्रकाश नड्डा साल 1993 से लेकर साल 2002 तक हिमाचल प्रदेश के सदस्य के पद पर रहे। इसी दौरान उन्हें साल 1998 से लेकर 2003 तक हिमाचल प्रदेश सरकार में बतौर कैबिनेट मंत्री की भूमिका निभाई।
वहीं अप्रैल 2012 में उन्हें राज्यसभा सांसद के रूप में चुन लिया गया। बाद में जब साल 2014 में केंद्र में मोदी सरकार आयी तो उन्हें बतौर स्वास्थ मंत्री का कार्यभार दिया गया। फिलहाल आज जेपी नड्डा को भारतीय जनता पार्टी के 11वें राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर चुन लिया गया। इसके पहले अगर भारतीय जनता पार्टी के अब तक के अध्यक्ष पद के लिए चुने जा चुके नेताओं की बात करें तो इस लिस्ट में अटल बिहारी वाजपेयी को 1980 से लेकर 1986 तक, लालकृष्ण आडवाणी को 1986 से लेकर 1991 तक, मुरली मनोहर जोशी को 1991 से लेकर 1993, लालकृष्ण आडवाणी को 1993 से लेकर 1998, कुशाभाऊ ठाकरे को1998 से लेकर 2000 तक, बंगारु लक्ष्मण को साल 2000 से लेकर 2001 तक, जन कृष्णमूर्ति को 2001 से लेकर 2002, वेंकैया नायडू को 2002 तक 2004 तक, लालकृष्ण आडवाणी तक 2004 से लेकर 2005, राजनाथ सिंह को साल 2005 से लेकर 2009, नितिन गडकरी को साल 2009 से लेकर 2013 तक के लिए थे।
इसके बाद राजनाथ सिंह को साल 2013 से लेकर 2014 तक और जब केंद्र में मोदी सरकार साल 2014 में आयी। उस समय बीजेपी के अध्यक्ष के तौर पर साल 2014 से लेकर 2020 तक थे, लेकिन अब इस पद का कार्यभार जेपी नड्डा को आज से मिल चुका है।