कांग्रेस पार्टी को बड़ा झ’टका लगा है। दरअसल मध्य प्रदेश के राजपरिवार से आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की सदस्यता से इस्ती’फा दे दिया है। इसको लेकर खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर जानकारी दी है। ज्योतिरादित्य सिंधा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इ’स्तीफा सौंपा है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि ‘मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्ती’फा दे रहा हूं। आपको यह अच्छी तरह पता है कि पिछले 1 साल से इस्ती’फे के हा’लात बन रहे थे। मैं पार्टी में रह कर जनता की सेवा नहीं कर पा रहा था।’
बता दें, ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से ना’राज चल रहे है। वहीं वे आज दिल्ली में सुबह अपने कार से सीधे गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे और इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया अमित शाह के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आवास पर पहुंचे। यहां पर करीब 1 घंटे तक बैठक चलती रही। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया अमित शाह के साथ बाहर निकले और अपने आवास पर अकेले कार चलाकर पहुंचे।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 10, 2020
सूत्रों के मुताबिक, ज्योतिरादित्य सिंधिया आज बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा उन्हें संसद सत्र के बाद कैबिनेट विस्तार कर मोदी सरकार में शामिल किया जा सकता है। ऐसे में यह लगभग तय है कि मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार गि’र सकती है। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि विधानसभा अध्यक्ष को आज कांग्रेस के बा’गी विधायक ने इ’स्तीफा सौंप सकते हैं। इन विधायकों की संख्या करीब 20 बताई जा रही है। अगर ऐसा हुआ तो शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं।
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया के पाले में आते ही भारतीय जनता पार्टी ने सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है और अब बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। मालूम हो कि, मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं। इसमें से दो विधायकों का नि’धन हो चुका है। ऐसे में मौजूदा समय में कुल विधायकों की संख्या 228 बच गई है। इसमें से फिलहाल कांग्रेस के पास कुल 121 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इसमें से 4 निर्दलीय, 2 बीएसपी और एक सपा विधायक हैं। मौजूदा समय में मध्य प्रदेश में सरकार बनाने क लिए कुल 115 का जादुई आकंडा चाहिए। जबकि भारतीय जनता पार्टी के पास कुल 105 विधायक हैं।