New Delhi:केदारनाथ के पवित्र कपाट को 29 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने कहा कि मंदिर के द्वार सुबह 6.10 बजे खोले जाएंगे। उत्तराखंड में प्रसिद्ध हिमालयी तीर्थस्थल को फिर से खोलने के लिए शुभ मुहूर्त और तिथि की घोषणा शिवरात्रि के अवसर पर ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में आयोजित की गई थी, जहां सर्दियों के दौरान भगवान केदार की पूजा की जाती है। मंदिर उत्तरी हिमालय के भारत के चार धाम तीर्थ (बद्रीनाथ, द्वारका, पुरी और रामेश्वरम) के प्रमुख स्थलों में से एक है।
केदारनाथ में 5 नदियों का संगम है ‘नंदकिनी, मधु गंगा, जयकार गंगा, सरस्वती, स्वर्ण गोरी’। केदारनाथ में लाखों श्रद्धालु आते हैं। भगवान शिव की मूर्ति 26 अप्रैल को ऊखीमठ से रवाना होगी और 25 अप्रैल को भैरवनाथ की पूजा के बाद भक्तों और पुजारियों के कंधों पर फूलों से सजी पालकी में 28 अप्रैल को केदारनाथ पहुंचेगी और फाटा और गौरीकुंड होते हुए केदारनाथ पहुंचेगी। श्री थपलियाल ने कहा कि मंदिर के द्वार 29 अप्रैल को वैदिक भजनों के साथ 6.10 बजे। मेष लग्न में फिर से खोल दिए जाएंगे।
केदारनाथ धाम की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय मई – जून और सितंबर – अक्टूबर के महीनों के दौरान है। क्योंकि बाकी महीनों में केदारनाथ धाम में बर्फबारी के कारण मंदिर बंद रहता है। छह महीने (नवंबर से अप्रैल) के लिए पालकी को भगवान केदारनाथ की उत्सव मूर्ति के साथ गुप्तकाशी के पास एक स्थान पर स्थानांतरित कर दिया जाता है जिसे उखीमठ कहा जाता है। यहां यह भी बता दें, हाल ही में केदारनाथ धाम में कई बदलाव किए गए थे। मंदिर के ठीक आगे चौड़े गोल चबूतरे का निर्माम किया गया है।
जानकारी के लिए आपको बता दें, 30 अप्रैल को भगवान बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। कपाट खोलने का समय ब्रह्म मुहूर्त में प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर होगा। बद्रीनाथ धाम के कपाट पिछले साल 17 नवंबर को शाम 5:13 बजे शीतकाल के लिए बंद किए गए थे।