भारत और वेस्टइंडीज के बीच 16 फरवरी को कोलकाता के ईडन गार्डेंस मैदान पर खेले गए सीरीज के पहले टी20 मैच में विंडीज की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 158 रनों का लक्ष्य रखा। जिसे टीम इंडिया ने 7 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया।
विंडीज की टीम ने पहले खेलते हुए 7 विकेट खोकर 157 रन बनाए थे।भारत के लिए इस मैच में कप्तान रोहित शर्मा ने 40 रन (19 गेंद, 4 चौके, 3 छक्के) और ईशान किशन ने 35 रन (42 गेंद, 4 चौके) बनाए। सूर्यकुमार यादव 28 रन (15 गेंद, 4 चौके, 1 छक्का), वेंकटेश अय्यर 24 रन (13 गेंद,2 चौके, 1 छक्का) जबकि भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने 17 रन (13 गेंद,1चौका) का योगदान दिया।
इस वजह से हार गई विंडीज़ की टीम
तीन टी-20 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला हारने के बाद किरॉन पोलार्ड (Kieron Pollard) निराश दिखे। किरॉन पोलार्ड ( Kieron Pollard) ने कहा उनकी टीम ने मैच पर पकड़ बल्लेबाजी के दौरान 6 से 15 ओवर के बीच गवां दी। उन्होंने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो 6 से 15 और के बीच 9 ओवर में हमने केवल 46 रन बनाए। अगर हम उन ओवरों में थोड़ा सा भी साहस दिखाते तो 18 से 20 रन और बन जाते।”
Kieron Pollard ने कहा 15 से 20 रन रह गए पीछे
वेस्टइंडीज के कप्तान किरॉन पोलार्ड (Kieron Pollard) ने कहा, “यह स्कोर इस मैदान पर बिलकुल भी पर्याप्त नहीं था। हम 15-20 रन कम बना पाए थे। अगर हम शुरुआती ओवरों में विकेट हासिल कर लेते तो उनके ऊपर दबाव बनाने में सफल होते। उनकी शुरुआत अच्छी रही और रोहित ने गेंदबाजों के खिलाफ प्रहार शुरू कर दिया। 6 ओवर के बाद वो हमसे आगे थे लेकिन उसके बाद गेंदबाजों ने जैसी गेंदबाजी की और फील्डर्स ने फील्डिंग वो सराहनीय है।”
क्या इस क्षेत्र में सुधार कर सकते हैं विंडीज के बल्लेबाज?
कप्तान कीरोन पोलार्ड (Kieron Pollard) से सवाल करते हुए पूछा गया कि वेस्टइंडीज के बल्लेबाज बड़े शॉट खेलने पर यकीन करते हैं उनका डॉट बॉल परसेंटेज बहुत अधिक है। इस बारे में बहुत बातें भी होती हैं।
क्या इसमें सुधार की संभावना दिखती है तो इसके जवाब में कीरोन पोलार्ड (Kieron Pollard) ने कहा, “बिल्कुल यह ऐसा क्षेत्र है जहां हम सुधार कर सकते हैं। हमारी टीम में बहुत से हिटर बल्लेबाज है जो गेंदबाजों के विरुद्ध आक्रमण करने की कोशिश करते हैं। लेकिन अलग-अलग समय पर हमारी रणनीति भी अलग होती है। हमारी टीम के खिलाड़ी साथ मिलकर काम कर रहे हैं और सुधार कर रहे हैं जो कि धीरे-धीरे दिखाई देगा।”