केएल राहुल: कुलदीप यादव ने जब 2017 में भारत के लिए क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में डेब्यू किया था। तब इस युवा खिलाड़ी में बहुत पोटेंशियल नज़र आया था। इसके साथ ही उस समय ये खिलाड़ी ओडीआई स्क्वाड में भारत का मुख्य खिलाड़ी हुआ करता था।
यही कारण था कि उन्होंने 2017 से 2019 के बीच 56 ओडीआई खेले। पर उन्हें टेस्ट टीम से हमेशा दूर ही रखा गया। यहां तक कि 2019 के बाद उनका पूरा कैरियर मानों खत्म सा ही दिखा।
न ही विराट कोहली ने जताया भरोसा, न ही रोहित शर्मा ने दिया मौका
न तो विराट कोहली उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह देते थे, और न ही रोहित शर्मा। कुलदीप के कैरियर का आधे से ज्यादा समय या तो बेंच पर बीता, या अन्य खिलाड़ियों को पानी पिलाते हुए। जबकि कुलचा की जोड़ी : कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल में वह ज्यादा अच्छे और विकेट टेकिंग गेंदबाज थे।
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राजनीति और कप्तानों की नजरंदाजी का शिकार होकर कुलदीप ने अपने कैरियर के लगभग दो से तीन साल ऐसे ही गवां दिए। इस साल आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें दुबारा व्हाइट गेंद क्रिकेट में जगह मिली पर बहुत ही कम हुआ कि उन्हें प्लेइंग इलेवन में भी मौका मिला हो।
कुलदीप को मिला केएल राहुल का साथ, अब किया शानदार कमबैक
रोहित शर्मा और विराट कोहली के कप्तानी में लगभग खत्म हो चुके कैरियर को एक बार केएल राहुल का सहारा मिला। केएल राहुल ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में कुलदीप को 22 महीने बाद टेस्ट प्लेइंग इलेवन में जगह दी। कुलदीप ने भी कप्तान के भरोसा को खाली नहीं जाने दिया। पहले उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए 40 रन बनाए।
उसके बाद गेंदबाजी में तो उन्होंने कमाल ही कर दिया। पहली पारी में गेंदबाजी करते हुए कुलदीप ने 5 विकेट हॉल लिया। इसी के साथ कुलदीप ने रोहित शर्मा और विराट कोहली को उनकी गलती का एहसास भी करा दिया होगा। कुलदीप के नाम अब 8 टेस्ट में 31 विकेट हैं।
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