IND vs WI: कप्तान हार्दिक की दो गलतियां बन गई भारत की हार की वजह

IND vs WI: भारतीय टीम इस समय वेस्टइंडीज दौरे पर है, जहां पर भारतीय टीम ने जोरदार आगाज किया, लेकिन अभी उसका प्रदर्शन ठीक नहीं चल रहा है अपने कुछ प्रमुख खिलाड़ियों के बिना ही भारतीय टीम खेल रही है, जिसकी वजह से हार्दिक पांड्या की टीम को लगातार वेस्टइंडीज से दूसरी हार झेलनी पड़ गई है.

त्रिनिदाद में खेले गए पहले मैच के बाद अब गुयाना में खेले गए दूसरे मैच में भी भारतीय टीम की बैटिंग फ्लॉप साबित हुई और 2 विकेट से टीम को हार झेलनी पड़ी. इस तरीके से टीम पांच मैचों की सीरीज में 0-2 से पीछे हो चुकी है. टीम की हार का पूरा पूरा दोष बल्लेबाजों पर मरना सही नहीं होगा, पर कप्तान हार्दिक पांड्या के 2 फैसले भी भारतीय टीम की हार के दो प्रमुख वजह बन गईं.

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अक्षर को क्यों नहीं मिली बॉलिंग?

आज से 4 साल पहले प्रोविडेंस स्टेडियम में भारतीय टीम ने पहली बार मैच खेला था और तब उसे जीत हासिल हुई थी. रविवार 6 अगस्त को भारतीय टीम ना केवल स्टेडियम में उतरी बल्कि इस बार वह अपनी सफलता को दोहरा नहीं पाई. पहले बैटिंग करते हुए भारत ने केवल 152 रन ही बनाए. इन 52 रनों में सबसे ज्यादा योगदान तिलक वर्मा का ही था, जिन्होंने 51 रन हासिल किए थे, जिसके जवाब में गेंदबाजों की कोशिश के बाद भी भारतीय टीम 2 विकेट से मैच को हार गई.

कप्तान के दो फैसले बने हार की वजह

भारतीय टीम की हार की वजहों में कप्तान के दो बड़े फैसले शामिल हुए हैं और दोनों ही गेंदबाजों के सही इस्तेमाल से जुड़े हुए हैं. सबसे पहले बात अक्षर पटेल की आती है. भारतीय टीम इस मैच में हार्दिक समेत छह गेंदबाजों के साथ आई थी, लेकिन बॉलिंग केवल पांच ने की थी. वेस्टइंडीज की पूरी पारी में अक्षर पटेल को गेंदबाजी करने का अवसर नहीं मिला है. ये तब हुआ था जब वेस्टइंडीज ने केवल चौथे ओवर तक केवल 32 रन पर तीन विकेट गवाएं थे

वेस्टइंडीज के लिए पूरन ने बढ़िया पारी खेली और हार्दिक ने इसको ही अक्षर को इस्तेमाल न करने की सबसे बड़ी वजह बताई. भारतीय कप्तान ने मैच के बाद बोला कि जिस तरीके से बाएं हाथ के बल्लेबाज पूरन खेल रहे थे उससे स्पिनरों को रोटेट करने में काफी दिक्कतें हैं.

साफ तौर पर हार्दिक यह कहना चाह रहे हैं कि बाएं हाथ के बल्लेबाज के सामने बाएं हाथ के गेंदबाज अक्षर को नहीं उतारा जा सकता था, लेकिन यह भी याद रखना चाहिए कि उस समय दूसरी ओर से दाएं हाथ के बल्लेबाज रोमेन पावेल भी बेटिंग में लगे हुए थे, जो स्पिनरों के खिलाफ परेशान दिखते हैं. दोनों के बीच करीब 6 ओवरों की शेयरिंग हुई, जिसमें 57 रन हासिल किए गए.

हार्दिक ने अगली गलती उस समय कर दी जब भारतीय टीम मैच में वापसी करती दिख रही थी. भारत को 16वें ओवर में 3 विकेट हासिल हुए जिसमें से 2 विकेट लेग स्पिनर यूज़वेंद्र चहल ने हासिल किए थे. चहल ने अपनी स्पीड में जैसन होल्डर और सिमरोन हेटमायर जैसे वेस्टइंडीज के आखिरी प्रमुख बल्लेबाजों को फंसा कर भारत की वापसी कराई थी. इसमें भी केवल 2 रन ही आ पाए.

तब तक वेस्टइंडीज का स्कोर 5 विकेट पर 129 रन था.उसे 24 गेंदों में 24 रन चाहिए थे और केवल 2 विकेट ही बचे थे. चहल की गेंदबाजी काफी अच्छी थी, लेकिन हार्दिक ने उनको चौथा ओवर खेलने का मौका नहीं दिया. अल्जारी जोसेफ या अकील हो सैन चहल की स्पिन में फँस जाते. चहल ने अपने 3 ओवरों में केवल 19 रन खर्च कर दो विकेट हासिल किए. फिर वेस्टइंडीज ने 19वें ओवर में मैच जीत लिया

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