Lockdown में परिवार संग 3 दिन तक 100 किमी पैदल चली 12 साल की बच्ची, घर से 14 किमी पहले हुई मौ’त

New Delhi: तेलंगाना गांव से छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में अपने घर की ओर निकली एक 12 साल की लड़की अपने घर पहुंचने से पहले ही द’म तो’ड़ दिया। मासूम बच्ची के मौ’त वजह जानने के बाद शायद आप सिह’र उठेंगे। दरअसल ये 12 साल की लड़की कड़कड़ती तपती धूप में पैदल ही अपने घर ओर चल रही थी, रास्ते के बीच में उसके शरीर में पानी की कमी हो गई जिस उसका शरीर डिहाइड्रेशन का शिकार हो गया और उसकी मौ’त हो गई।

खबरों के मुताबिक 12 साल लड़की मकदम तेलंगाना के कन्नागुडा गांव में मिर्च के खेतों में काम करने वाले लोगों के एक समूह के साथ 15 अप्रैल से अपने घर जाने के सफर चलना शुरू किया। 18 अप्रैल की सुबह बीजापुर के भंदरपाल गांव के पास उस लड़की की मृ’त्यु हो गई। एक स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार उस लड़की के सैंपल का कोरोना वायरस टेस्ट करवाया गया। जिसकी रिपोर्ट नेगेंटिव आई है, इसके बाद ये संभव है कि इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के कारण मकदम की मृ’त्यु हो गई होगी।

तीन दिन तक पैदल चलने के बाद मजदूरों का समूह  करीब 100 किलोमीटर तक चला था। लेकिन 18 अप्रैल की सुबह को अपने गांव पहुंचने से लगभग 14 दूर रही इस लड़की की मौत हो गई।

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, मकदम ने शनिवार सुबह खाना खाया लेकिन बाद में पेट में द’र्द और बेचैनी की शिकायत हुई। जो लोग साथ चल रहे थे उन्होंने है बताया कि लड़की को उचित भोजन नहीं मिला है, जिसके कारण मांसपेशियों में थकान हो सकती है। मकदम अपने माता-पिता की एकलौती संतान थी। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने मकदम के परिवार को 1 लाख रुपये के मुआवजा देने की घोषणा की।