कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से दूसरे देशों में कई भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। वहीं इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की मदद से दुबई में फंसे कोटा के एक कामगार को वतन वापसी हुई है।
दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गये लॉकडाउन के बीच दुबई में डेढ़ वर्ष से एक ऑटोमोबाइल कंपनी काम करने वाले भारतीय कामगार दीपक जैन यहां पर फंस गया था। वहीं दीपक को दुबई में कई बीमारियों ने भी अपनी चपेट में ले लिया था।
अप्रैल के महीने में दीपक को चर्म रोग की समस्या हुई और इस समस्या का वो काफी समय तक ट्रीटमेंट करवाते रहे, लेकिन उनकी तकलीफ ठीक होने के बजाए काफी बढती ही गयी साथ ही डॉक्टर्स ने उन्हें कोरोना टेस्ट भी करवाने को कहा और उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया। जिसके बाद दीपक दुबई के एक अस्पताल में क्वारंटीन कर दिया गया। वहीं यहां पर उनकी और ज्यादा हालत खराब हो गयी। जिसके बाद उनके परिवार ने उन्हें घर वापस लाने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की मदद ली।
दीपक के परिवार ने सर्राफा बोर्ड के आनंद राठी के माध्यम से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से संपर्क किया और मदद की अपील की। वहीं बिरला ने तत्काल अपने कार्यालय को दीपक तक हरसंभव सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए। वहीं इस बीच दीपक की पहली और दूसरी कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई और 21 मई के बाद स्थिति में कुछ सुधार होने लगा। ऐसे में डॉक्टरों ने क्वारंटीन अवधि पूरी होने के बाद 26 मई को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। वहीं अस्पताल से आने के बाद दीपक की तबीयत और ज्याद बिगड़ गई और इसकी जानकारी परिवार से बिरला को दी।
इसके बाद बिरला ने दीपक की वापसी के प्रयास और तेज करने के निर्देश दिए। वहीं लोकसभा सचिवालय ने वंदे भारत योजना के तहत दुबई से 13 जून को दिल्ली आने वाली पहली फ्लाइट में दीपक की टिकट की व्यवस्था कर दी। दिल्ली पहुंचने के बाद दीपक जयपुर में सात दिन होटल में क्वारंटीन रहे और सोमवार रात कोटा आ गए। यहां भी वह 7 दिन क्वारंटीन रहेंगे। इस बीच उनका उपचार भी प्रारंभ कर दिया गया है।
वहीं इस मदद को लेकर दीपक के पिता सागरमल जैन ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का धन्यवाद किया साथ ही ये भी कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से ही दीपक सुरक्षित घर पहुंच सका है।