शाबा’श! बस कंडक्टर ने बिना कोचिंग पास की UPSC परीक्षा, संघ’र्ष की ऐसी कहानी, जिसने पेश की मि’साल

कहते हैं अगर आप किसी चीज को पूरे मन से चाहो और सच्ची लगन के साथ मेहनत करो तो वह आपको हर हा/लत में मिलेगी। ऐसा ही कुछ बेंगलुरु के एक बस कंडक्टर के साथ हुआ, जिसने अपनी बस कंडक्टर की 8 घंटे की नौकरी के साथ यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली और यह साबित कर दिया कि अगर आप के हौ/सले बुलं/द हो और ईमानदारी से मेहनत की जाए तो यूपीएससी क्या ऐसी कोई भी परीक्षा आसानी से पास की जा सकती है।

29 साल के मधु एनसी एक बस कंडक्टर है। देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में से एक संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने इस बार यूपीएससी परीक्षा की प्री और मेंस परीक्षा पास कर लिया है और उनका 25 मार्च को यूपीएसी का इंटरव्यू है। उनके घरवाले उनके पास होने की उम्मीद लगाए हुए हैं।

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बता दें, मधु का अब तक का यह सफर बेहद कठिन रहा। वह हर रोज करीब 8 घंटे कंडक्टर का काम किया करते थे। इस दौरान उन्हें दिन भर खड़े रहकर बस में टिकट बांटना, सवारियों को बुलाना और यह देखना है कि कोई भी सवारी बिना टिकट की ना हो। इन सब चीजों में वे काफी थक जाते थे, लेकिन उन्होंने कभी नौकरी नहीं छोड़ी, हालांकि उन्होंने अपनी पढ़ाई को भी जारी रखा। उन्होंने पूरी पढ़ाई खुद या फिर बीएमटीसी में तैनात अधिकारियों की मदद से की। इसके अलावा फिलहाल वे इंटरव्यू की तैयारी कर रहे हैं और ढेर सारी यूट्यूब वीडियो देखकर इंटरव्यू देने के तरीके को सीख रहे हैं।

मधु ने बताया कि वह इंटरव्यू में जवाब देने की कला और आत्मविश्वास बढ़ाने पर ज्यादा जोर रहे हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि वह यूपीएससी की इंटरव्यू परीक्षा को पास कर लेंगे। अगर वे इंटरव्यू क्लियर कर लेते हैं तो उनकी चाहत वर्तमान बॉस यानी बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की मैनेजिंग डायरेक्टर आईएएएस सी शिखा जैसा बनना हैं

गौरतलब है कि मधु ने इसके पहले साल 2014 में कर्नाटक प्रशासन की परीक्षा दी थी, लेकिन उनमें उनको कामयाबी हासिल नहीं हुई थी। नाकामी के बावजूद उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी और तैयारी जारी रखा। इसके बाद उन्होंने साल 2018 में यूपीएससी की परीक्षा पास की, लेकिन उसमें भी उन्हें सफलता प्राप्त नहीं है। ऐसे में इस बार उनके मेन्स क्लियर होने के बाद उनके परिवारजनों और चाहने वालों को यह पूरी उम्मीद है इस बार मधु इंटरव्यू जरूर पास कर लेंगे। खैर मधु एनसी की इस मेहनत को हम सलाम करते हैं और आशा करते हैं उनकी मेहनत जरूर रंग लाएगी।