अयोध्या. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार के सौ दिन पूरा होने के अवसर पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शनिवार को अपने परिवार के साथ रामलला और और हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे. मालूम हो कि उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर 2019 को महाराष्ट्र में कांग्रेस औऱ एनसीपी के समर्थन से सरकार बनाई थी और मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उद्धव ठाकरे का यह तीसरा औऱ मुख्यमंत्री बनने के बाद पहला अयोध्या दौरा है. लोकसभा चुनाव के पहले और बाद उद्धव ने रामनगरी अयोध्या का दौरा किया था.
बता दें कि परिवार के साथ आज अयोध्या पहुंच रहे सीएम उद्धव ठाकरे का सरयू आरती औऱ जनसभा का भी कार्यक्रम था लेकिन कोरोना वा’यरस को लेकर गृहमंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी के चलते इस कार्यक्रम को र’द्द कर दिया गया है. दौरे के कार्यक्रम पर नजर डालें सीएम उद्धव ठाकरे आज दोपहर विशेष विमान से परिवार के साथ लखनऊ स्थिति चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचेंगे. एयरपोर्ट से वे सीधे अयोध्या जाएंगे. सीएम उद्धव ठाकरे का काफिला अयोध्या के होटल पंचशील पहुंचेगा. होटल में कुछ देर ठहरने के बाद वह रामलला के दर्शन के लिए परिवार के साथ निकलेंगे.
रिपोर्ट्स के मुताबिक उद्धव ठाकरे को कुल 2 घंटे का कार्यक्रम है. रामलला का दर्शन करने के बाद वह परिवार के साथ लखनऊ रवाना होंगे. फिर वहीं से मुंबई के लिए निकल जाएंगे. उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे को शानदार बनाने के लिए विशेष ट्रेन से करीब ढाई हजार शिवसैनिक मुंबई से अयोध्या पहुंचेगे. बता दें कि इससे पहले वर्ष 2018 में लोकसभा चुनाव से पहले और जून 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद उद्धव ठाकरे पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ अयोध्या पहुंचे थे. अपने पहले दौरे में उद्धव ठाकरे ने अयोध्या में पहले मंदिर फिर सरकार का नारा भी दिया था. इस नारे से उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार पर द’बाव बनाने की कोशिश भी की थी.
अयोध्या में मं’दिर म’स्जिद वि’वाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि अयोध्या में ऐसी शक्ति है, जिसे मैने महसूस किया है. इसलिए मैं वहां बार-बार जाता रहूंगा. दरअसल बीते वर्ष सुप्रीम कोर्ट ने दशकों से चले रहे राम मं’दिर-बा’बरी म’स्जिद वि’वाद का पटाक्षेप कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में विवा’दित जमीन का मालिकाना हक रामलला को सौंप दिया था. साथ ही केंद्र सरकार को मंदिर निर्माण का गठन करने के लिए 3 महीने के भीतर ट्रस्ट का गठन करने का आदेश दिया था. नरेंद्र मोदी सरकार ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से ट्रस का गठन कर दिया है. यही ट्रस्ट भव्य राम मंदिर निर्माण का काम संभालेगी.