पैदल गाँव जा रहे थे मजदूर, पटरी पर कर रहे थे आराम, रौं’द कर चली गई ट्रेन; 14 म’रे

देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। वहीं लॉकडाउन की वजह से 16 मजदूर जो घर जाने के लिए पैदल रवाना हुए थे वे एक हा’दसे का शिकार हो गए और उनकी मौ’त हो गई।

शुक्रवार सुबह महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बदनापुर-करमाड रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी ने 16 से अधिक मजदूरों को रौं’द दिया। इस हा’दसे में 16 मजदूरों की तो मौ’त हो गई है, जबकि कुछ अन्य मजदूर घायल हो गये। दरअसल, कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण सभी काम बंद हो गये और साथ ही यात्रा के सभी साधन भी बंद कर दिए गये है।

वहीं काम बंद होने के कारण और यात्रा के साधन ना मिलने से म’रने वाले और घायल हुए सभी मजदूरो ने 5 मई को जालना से अपने सफर को शुरू किया, पहले ये सभी सड़क के रास्ते आ रहे थे लेकिन औरंगाबाद के पास आते हुए इन्होंने रेलवे ट्रैक के साथ चलना शुरू किया।

वहीं काफी 36 किमी का सफ़र करने के बाद ये सभी मजदूर ट्रैक के पास ही आराम के लिए लेट गए और वहां ही सो गए। इनमें से 16 लोग ट्रैक पर सोए, 2 बराबर में और बाकी तीन कुछ दूरी पर सोए। वहीं जब पटरी से मालगाड़ी गुजरी तो 16 मजदूरों को कु’चल कर चली गयी। बाकी जो घायल हैं उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया है।

वहीं भारतीय रेलवे की ओर से जारी प्रेस रिलीज़ के मुताबिक, जिन मजदूरों की मौ’त हुई है, वो सभी मध्य प्रदेश के रहने वाले थे और महाराष्ट्र के जालना में एसआरजी कंपनी में कार्यरत थे।

आपको बता दें, देश में जब पीएम मोदी ने 24 मार्च को लॉकडाउन का ऐलान किया उसके बाद से ही लाखों की संख्या में मजदूर किसी ना किसी राज्य में फं’स गए, उसके बाद कई मजदूर पैदल ही सैकड़ों के रास्ते पैदल अपने घर के लिए रवाना हुए। बीते दिनों राज्य और केंद्र की ओर से बस-ट्रेन की व्यवस्था की गई है, लेकिन मजदूरों की संख्या इतनी ज्यादा होने के कारण लोगों को काफी इंतजार करना पड़ रहा था।