IND vs AUS : भारत में जब भी क्रिकेट खेला जाता है तो उम्मीद की जाती है स्पिनरों को यहां के पिचे फायदा पहुंचाएंगी। मगर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मुकाबले में पहले दिन शानदार गेंदबाजी करने वाले मोहम्मद शमी (Mohammed shami) ने कहा है कि डोमेस्टिक कंडीशन में तेज गेंदबाजों को भी काफी फायदा मिलता है।
उन्होंने पहले दिन ऑस्ट्रेलिया के 4 विकेट निकाले। उनकी दमदार गेंदबाजी की बदौलत भारतीय टीम ने कंगारुओं को 267 रनों पर समेट दिया। उनके अलावा मुकाबले में स्पिन गेंदबाज आर अश्विन और रविंद्र जडेजा को भी तीन-तीन सफलताएं मिली।
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इस तरह ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को भेजा पवेलियन
पहले दिन मोहम्मद शमी ने दिन की शुरुआत में गुड लेंथ छेत्र में गेंदबाजी करते हुए डेविड वार्नर को आउट किया। दूसरी तरफ पारी के आखिरी में मोहम्मद शमी ने गेंद को रिवर्स कराते हुए नाथन लियोन और मैथ्यू को पवेलियन की राह दिखाई।
पुरानी गेंद को भी करा सकते हैं रिवर्स
पहले दिन के खेल की समाप्ति पर मोहम्मद शमी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा, “आपको भारत में विकेट में ज्यादा अंतर नहीं दिखेगा। अगर आपको नई गेंद से मदद मिल सकती है तो आप पुरानी गेंद से भी रिवर्स कर सकते हैं।
तेज गेंदबाज के तौर पर भारतीय परिस्थितियों में मुख्य चीज होती है कि आप किस क्षेत्र में गेंदबाजी करते हो और आपको पूरे समय अपनी रफ्तार बरकरार रखनी होगी।”
दोनों पिचों में नहीं दिखेगा ज्यादा अंतर
मोहम्मद शमी ने नागपुर और दिल्ली की पिच के बारे में बात करते हुए कहा, “यहां की पिच नागपुर से ज्यादा अलग नहीं है, हालांकि सुबह के सेशन में ऑस्ट्रेलिया ने रन बनाए। लेकिन मैंने सही लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी करने की कोशिश की।”
स्पीड पर करना चाहिए फोकस
मोहम्मद शमी ने आगे कहा, “यहां तक कि हाल ही में घरेलू क्रिकेट में तेज गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है। ध्यान लाइन एवं लेंथ तथा रफ्तार बरकरार रखने पर होना चाहिए। इससे आप हर तरह की परिस्थितियों में सफल रहोगे। भारतीय विकेट पर कुछ ना कुछ होता है, कुछ नहीं तो रिवर्स स्विंग तो मिलेगा ही।”
गौरतलब है कि पहले दिन बल्लेबाजी के लिए पहले उतरने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम ने अपने सभी विकेट खोकर स्कोरबोर्ड पर 263 रन लगाए थे इस दौरान आस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा रन उस्मान ख्वाजा ने बनाए। उन्होंने 125 गेंदों पर 81 रन बनाए जबकि पीटर हैंडस्कॉन्ब ने 142 गेंदों पर 72 रन बनाए थे। भारत के लिए सबसे ज्यादा 4 विकेट मोहम्मद शमी ने झटके थे, वही तीन तीन विकेट आर अश्विन और रवींद्र जडेजा के खाते में गए थे।