सऊदी प्रिन्स ने कर दिया अब तक सबसे बड़ा ऐलान, ख़त्म कर दी ये बड़ी सजा

New Delhi:कोरोना वायरस के कोहराम के बीच सऊदी अरब से एक बहुत ही बड़ी खबर सामने आ रही हैं। बता दें कि सऊदी अरब में अब कोड़े मारने वाली सजा को रोक लगा दी गई है। सऊदी की सुप्रीम कोर्ट ने कोड़े मारने वाली सजा के तरीके पर कमेंट किया था।

वहीं अब सऊदी में लोगों को कोड़े से मार खाने वाली सजा के बदले जेल भेजगा जाएगा या फिर जुर्माना लगाया जाएगा। bbc न्यूज रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में सबसे ज्यादा मानवाधिकारों का हनन सऊदी अरब में किया जाता है। हाल ही में लिए इस फैसले को सऊदी किंग सलमान और उनके क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की तरफ से मानवाधिकारो के सुधार में एक अहम कदम माना जा रहा है।

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सऊदी अरब, अमेरिका का सहयोगी देश है, इसके साथ ही इस्लाम धर्म की शुरूआत भी यहीं से हुई थी। सऊदी अरब में वहाबी सुन्नी मुस्लिम को नियमों का सख्ती से पालन करना पड़ता है। इसके अलावा सऊदी अरब के कानूनी बातों पर मौलवियों का नियंतण है।

बता दें कि यहां पर कोड़े मारे की सजा का आखिरी केस साल 2015 में सामने आया था। ये केस एक ब्लॉगर रईफ बदावी का था। साल 2012 में रईफ बदावी को अपनी वेबसाइट ‘सईदी लिबरल नेटवर्क’ पर इस्लाम धर्म का अपमान करने के साइबर क्राइम के आरोप पर में गिरफ्तार किया गया था। उसे 10 साल की जेल के साथ 1 हजार कोड़े मारने की सजा सुनाई गई थी। इस मामले की सजा कों लेकर अमेरिका सहित कई देशों ने उसकी कड़ाई से निंदा की।

शुक्रवार को सऊदी अरब की जेल के ह्यूमन राइट्स ऑफिसर की स्ट्रोक की वजह से जान चली गई है। ऑफिसर के कलिंग्स कहना कि उनकी सेहत पहले से काफी खराब थी, और उन्होंने अपना कोई इलाज भी करवाया था। बता दें कि सऊदी के क्राउन प्रिंस लमान ने सऊदी अबर में पिछले कुछ सालों में कई उदारवादी नीतियां अपनाई है। साल 2018 में सऊदी में औरतों को कार चलाने के लिए इजाजत दी थी।