New Delhi: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि उनकी पार्टी को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित बातचीत में भाग लेने से वंचित किया जा रहा है, यह हैदराबाद और औरंगाबाद के लोगों का अपमान है, दो लोकसभा क्षेत्रों ने इसका प्रतिनिधित्व किया है। असदुद्दीन ओवैसी ने ये बात अपने ट्वीटर पर PMO इंडिया के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल को टैग करते हुए एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने सवाल किया कि क्या औरंगाबाद और हैदराबाद के लोग कम इंसान थे क्योंकि उन्होंने AIMIM को चुना है।
दरअसल कोरोना वायरस के कारण चल रहे देशव्यापी लॉकडाउन के बीच 8 अप्रैल को पीएम मोदी एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए से विभिन्न दलों के फ्लोर लीडर्स के साथ बातचीत करने वाले है। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने शनिवार को कहा कि संसद के दोनों सदनों में पांच से अधिक सांसदों की संयुक्त ताकत वाले दलों के फ्लोर नेताओं की बुधवार को सुबह 11 बजे चर्चा होगी। हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री से यह जानने की कोशिश की कि उनकी पार्टी के प्रतिनिधि आपके ध्यान के लायक क्यों नहीं हैं। ओवैसी ने कहा कि वह COVID-19 के खिलाफ लड़ाई के बारे में सुझाव देना चाहते थे।
उन्होंने PMO को टैग करते हुए अपने ट्वीट में लिखा- “@PMOIndia ये औरंगाबाद और हैदराबाद के गौरवशाली लोगों का तौहीन (अपमान) है। क्या वो इंसान कम हैं क्योंकि उन्होंने @aim_national? चुना। समझाया कि वे क्यों योग्य नहीं हैं?” आपकी तरह ध्यान नहीं है? सांसदों के रूप में यह हमारा काम है कि आप हमारे लोगों के आर्थिक और मानवीय दुख का प्रतिनिधित्व करें।”
वहीं अपने दूसरे ट्वीट में ओवैसी ने कहा कि हैदराबाद और औरंगाबाद के लोगों ने मुझे और @imtiaz_jaleel को चुना ताकि हम उनके मुद्दों को उठाएंगे। अब, हमें महामहिम के साथ दर्शकों से वंचित किया जा रहा है। हैदराबाद में 93 कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले हैं, मैं अपने विचारों को सामने रखना चाहता हूं कि हम इस महामारी से कैसे लड़ सकते हैं और उन क्षेत्रों की पहचान कर सकते हैं जहां हमारी कमी है।”