पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि महबूबा मुफ्ती की हिरासत को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है।
दरअसल, अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाए जाने और जम्मू कश्मीर राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने के केंद्र के फैसले से पहले हिरासत में लिया गया था। महबूबा मुफ्ती पब्लिक सेफ्टी एक्ट (Public Saftey Act) के तहत हि’रासत में हैं। वहीं मुफ्ती की हिरासत के खत्म होने के कुछ समय पहले ही श्रीनगर मजिस्ट्रेट ने आदेश जारी करके कहा कि ममहबूबा मुफ्ती के घर में ही उनकी हिरासत को तीन महीने के लिए बढ़ाया जा रहा है।
Detention of former J-K CM Mehbooba Mufti under PSA extended by three months: Officials
— Press Trust of India (@PTI_News) May 5, 2020
जानकारी के अनुसार, महबूबा की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी मां की नजरबंदी को चुनौती देते हुए फरवरी में सुप्रीम कोर्ट में प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी। वहीं इस याचिका पर सुनवाई करते हुए तीन न्यायाधीशों वाली पीठ ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन को नोटिस जारी कर याचिका पर जवाब मांगा था और मामले को 18 मार्च को सुनवाई के लिए स्थगित कर दिया था। हालांकि, कोरोनोवायरस फैलने के कारण याचिका पर सुनवाई नहीं हुई।
वहीं महबूबा मुफ्ती के अलावा पीडीपी नेता सरताज मदनी और नेशनल कांफ्रेंस के नेता अली मोहम्मद सागर की हिरासत भी तीन महीने के लिए बढ़ा दी गई है। महबूबा को चश्मा शाही में सरकारी गेस्ट हाउस में थीं और उसके बाद उन्हें लाल चौक के पास मौलाना आजाद रोड पर बने एक बंगले में शिफ्ट कर दिया गया।
आपको बता दें, महबूबा को फरवरी से पहले एहतियात के तौर पर हिरासत में रखा गया था वहीं 5 फरवरी को नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट लगा दिया गया। हालांकि उमर अब्दुल्ला को मार्च में रिहा कर दिय गया। वहीं पीएसए एक्ट के तहत बंद जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को पिछले महीने की शुरुआत में रिहा गया था।