कुवैत के शेख सबाह अल अहमद के नि’धन पर पीएम मोदी ने जताया दुख, कही ये बात

कुवैत के शासक शेख सबाह अल अहमद अल सबाह अब इस दुनिया में नहीं रहे। मंगलवार के दिन उनका 91 साल की उम्र में नि’धन हो गया। शासक शेख सबाह अल अहमद अल सबाह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे।

इसी साल जुलाई के महीने से अमेरिका के एक बड़े अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। साल 1990 में हुए खाड़ी वॉ’र के बाद से ही शेख सबाह अमेरिका के करीबी दोस्त नेता थे। शासक शेख सबाह अल अहमद अल सबाह की मौ’त के बाद उनकी सभी अस्थाई शक्तियां शेख नवाफ अल अहमद अल सबा को सौप दी गई है।

कुवैत के शासक के इस अ’चानक नि’धन पर भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपना दुख जताया है। PM नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘आज कुवैत और अरब दुनिया ने एक प्रिय नेता, भारत ने एक करीबी दोस्त और दुनिया ने एक महान राजनेता खो दिया है। उन्होंने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में अग्रणी भूमिका निभाई और कुवैत में हमेशा भारतीय समुदाय का विशेष ध्यान रखा।’

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट में लिखा कि “कुवैत राज्य के अमीर शासक शेख सबा अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निधन पर मेरी हार्दिक संवेदना। दु: ख की इस घड़ी में हमारी संवेदना अल-सबा परिवार और कुवैत राज्य के लोगों के साथ है।.”

महामहिम शेख सबाह अल अहमद अल सबाह के मौत पुष्टी कुवैत के रॉयल फैमिली के प्रभारी मंत्री मंत्री शेख अली जर्राह अल- सबाह ने की है। खबरों की माने तो साल 2019 में शेख सबाह की तबियत एक बाए एक तरीके से खराब हो गई थी। जिसके उन्हें कुवैत के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनका पिछले काफी समय तक इलाज होता रहा था। उसके बाद फिर इस साल जुलाई के महीने में सर्जरी के लिए उन्हें अमेरिकी एयरफोर्स के C-17 ग्लोबमास्टर के माध्यम से मिनेसोटा के मेयों क्लिनिक में एडमिट कर दिया गया था। जहां पर आज उन्होंने अपनी आखिरी सांसे ली।

शेख सबाह का जन्म साल 1929 में हुआ था, उनकी आधुनिक कुवैत विदेश नीति के वास्तुकार के तौर पर मजबूत मानी जाती है। कुवैत के प्रधान मंत्री बनने से पहले शेख सबाह ने कुवैत सरकार के अंदर साल 1963 से लेकर 2003 तक विदेश मंत्री के तौर पर काम किया है। जिसके बाद कुवैत के पूर्व शासक शेख जाबेर अल- सबा की मृ’त्यु के बाद साल 2006 के जनवरी के महीने में शेख सबाह कुवैत के अमीर शासक बने थे।