‘मैं अब नहीं सोचता, कोई मुझे भारतीय टीम में बुलाए..’, 379 रन जड़ने के बाद पृथ्वी शाॅ ने दिया करारा जवाब

टीम इंडिया के युवा ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने हाल ही में 379 रनों की शानदार पारी खेली है। बल्ले से धमाल मचाने के बाद पृथ्वी शॉ अपनी प्रतिक्रिया से चयनकर्ताओं को निशाने पर लिया है। पृथ्वी शॉ तकरीबन 2 साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। आखिरी बार इस खिलाड़ी को साल 2021 में श्रीलंका के टूर पर टी-20 और वनडे सीरीज के दौरान टीम में देखा गया था।

इस खिलाड़ी के अंदर अकेले टीम को मुकाबला जिताने की क्षमता है। घरेलू टूर्नामेंट में लगातार शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद भी इस खिलाड़ी को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। रणजी ट्रॉफी के एक मुकाबले में उन्होंने तिहरा शतक जमाकर चयनकर्ताओं को निशाने पर लिया है।

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भारतीय टीम में चयन को लेकर कहीं ऐसी बात

पृथ्वी शॉ ने चयनकर्ताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “मैं यह नहीं सोच रहा हूं कि कोई मुझे भारतीय टीम में बुलाएगा या नहीं। मैं बस अपनी चीजों को सही करने की कोशिश कर रहा हूं जो मैं कर सकता हूं और आगे के बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो एक बार में एक दिन जीना पसंद करता है। मुझे अपना आज सही बनाना है। मैं मुंबई के लिए खेल रहा हूं और लक्ष्य रणजी ट्रॉफी जीतना है।”

‘खुद के प्रति रहिए ईमानदार’

पृथ्वी शॉ ने अपने बयान में आगे कहा, “कभी-कभी आप निराश हो जाते हैं। आप जानते हैं कि आप अपनी चीजें सही कर रहे हैं।

आप जानते हैं कि आप अपनी प्रक्रियाओं पर सही चल रहे हैं, आप खुद के प्रति ईमानदार हैं, मैदान पर और बाहर अपने करियर के साथ अनुशासित हैं, लेकिन कभी-कभी लोग अलग तरह से बात करते हैं। जो लोग आपको जानते भी नहीं हैं वो आपको आंकते हैं।”

पृथ्वी शॉ लगा सकते थे चौथा शतक लेकिन…

आपको बताते चलें कि रणजी ट्रॉफी के एक मुकाबले में पृथ्वी शॉ 21 रनों से 400 रनों के व्यक्तिगत आंकड़े से चूक गए हैं। अगर ये रियान पराग की गेंद पर पगबाधा आउट नहीं होता तो निश्चित तौर पर वह 400 रन बना सकते थे।

पृथ्वी शॉ ने अपनी पारी के बारे में बात करते हुए कहा,”यह वास्तव में अच्छा लगता है. मैं 400 रन बना सकता था। मुझे लगता है कि मैं वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था लेकिन यह समय की बात थी क्योंकि बड़े रन नहीं आ रहे थे। मैंने सोचा मुझे क्रीज पर और अधिक समय बिताना चाहिए। धैर्य दिखाया और इस विकेट पर इसकी जरूरत थी।”

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