टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए टी-20 सीरीज के तीसरे एवं निर्णायक मुकाबले में मेजबान टीम ने मेहमानों को 168 रनों के भारी अंतर से हराकर सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली है।
मुकाबले में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था। मेजबान टीम का यह फैसला बिल्कुल सही साबित हुआ। टीम के लिए शुभ्मन गिल ने 126 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली। जबकि राहुल त्रिपाठी ने 22 गेंदों पर तेजतर्रार 44 रन बनाएं।
थोड़ी और रन बनाए होते तो होती और खुशी
मुकाबले में 22 गेंदों पर 200 के स्ट्राइक रेट से 44 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलने वाले राहुल त्रिपाठी ने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान कुछ बड़े खुलासे किए हैं। उन्होंने कहा,’‘मैंने कुछ अलग नहीं किया बस उसी इरादे और उसी प्रक्रिया को बनाए रखना चाह रहा था जो आईपीएल में काम करती थी।
सौभाग्य से आज यह मेरे रास्ते चला गया। अगर मैंने और रन बनाए होते तो मुझे और खुशी होती, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण समय था और मैं खुश था कि मैं टीम के लिए ऐसा कर सका।
हां, अपने देश के लिए खेलना एक जिम्मेदारी है, कभी-कभी आपको लगता है (क्या होगा अगर मैं इसे फेंक दूं) लेकिन आपको अपनी प्रक्रिया पर भरोसा करना होगा और यह जानना महत्वपूर्ण है कि उस समय टीम को क्या चाहिए।’
द्रविड़ के इस गुरु मंत्र को रखा था याद
राहुल त्रिपाठी ने कोच राहुल द्रविड़ के बारे में बात करते हुए कहा, “पहले छह ओवरों को भुनाना महत्वपूर्ण है और यही राहुल सर भी कहते रहते हैं, इसी तरह खेलते रहो और अपने विकल्पों को देखो और फिर तुम इसके बारे में जा सकते हो, गति को जारी रखना महत्वपूर्ण है। यह एक शानदार माहौल था, सीरीज जीतना और इतनी भीड़ के सामने खेलना वाकई अच्छा लग रहा था।”
गौरतलब है इस मुकाबले में भारत के लिए शुभ्मन गिल ने सबसे ज्यादा 126 रन बनाए। राहुल त्रिपाठी ने 22 गेंदों पर 44 रनों का योगदान दिया। कप्तान हार्दिक पांड्या ने 17 गेंदों पर 30 रनों की तेज तर्रार पारी खेली। सूर्य कुमार ने 3 गेंदों पर 24 रन बनाए। भारत द्वारा मिले लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड की टीम 66 रन पर ऑल आउट हो गई।