मौजूदा सत्र में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी का सेमीफाइनल मुकाबले के अंतिम दिन बंगाल की टीम ने मध्यप्रदेश के विरुद्ध बड़ी जीत दर्ज करने में कामयाबी हासिल की है।
इस मुकाबले में जीत हासिल करने के साथ ही बंगाल की टीम ने फाइनल में प्रवेश किया। जबकि एक दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में मयंक अग्रवाल की अगुवाई वाली कर्नाटक को सौराष्ट्र के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी है। कर्नाटक को हराकर सौराष्ट्र की टीम फाइनल में प्रवेश कर चुकी है।
इस आर्टिकल के जरिए रणजी ट्रॉफी साल 2022 और 23 के दोनों फाइनल मुकाबले के बारे में जानते हैं विस्तार से
बंगाल बनाम मध्य प्रदेश
बंगाल और मध्यप्रदेश के बीच खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में बंगाल की टीम ने मध्य प्रदेश के खिलाफ जीत के लिए 548 रनों का टारगेट सेट किया था।
मुकाबले में लक्ष्य का पीछा करने उतरी मध्य प्रदेश की टीम सिर्फ 241 रन बनाकर सिमट गई। ऐसे में उसे 306 रनों से बड़ी हार झेलनी पड़ी है। मध्यप्रदेश के लिए लक्ष्य का पीछा करते हुए कोई भी बल्लेबाज विकेट पर डटकर बंगाल की गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका।
मध्यप्रदेश के लिए दूसरी पारी में सबसे ज्यादा 52 रन रजत पाटीदार के बल्ले से निकले। दूसरी तरफ यश दुबे ने 30 रन और आदित्य श्रीवास्तव ने 29 रन बनाए। जबकि आखिरी में बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आए अनुभव अग्रवाल ने नाबाद 30 रनों की पारी खेली।
भारत के लिए t20 इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके वेंकटेश अय्यर 19 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। बंगाल के लिए इस मुकाबले में सबसे ज्यादा पांच विकेट प्रदीप्ता प्रमाणिक ने झटके। वहीं इसके अलावा बंगाल की दूसरी पारी में आठवें नंबर के बल्लेबाज प्रदीप्ता प्रामाणिक ने 3 चौके और 5 छक्के की मदद से 60 रन जोड़े। उनकी यह पारी टीम के जीत के लिए अहम साबित हुई।
कर्नाटक बनाम सौराष्ट्र
कर्नाटक और सौराष्ट्र के बीच खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में कर्नाटक की टीम ने सौराष्ट्र के सामने जीत के लिए 115 रनों का लक्ष्य रखा था। टारगेट का पीछा करते हुए सौराष्ट्र की टीम ने जीत के लिए जरूरी रन बना लिए।
सौराष्ट्र की खातिर अर्पित शानदार 47 रनों की कप्तानी पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई। चेतन सरकार यानी 24 रनों का अहम योगदान दिया। फाइनल मुकाबले में सेमीफाइनल मुकाबलों की दोनों विजेता टीमें आपस में भिंडेंगी।