टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने वर्ल्ड कप समाप्त होने के बाद टीम इंडिया के हेड कोच के पद से इस्तीफा देने के बाद वर्ल्ड कप की शुरुआत में ही कही थी। अब उन्होंने क्रिकेट की बिजी शेड्यूल को लेकर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के साथ अन्य देशों के क्रिकेट बोर्डों को भी चेतावनी देते हुए आगाह किया है।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में अगर आईसीसी और अन्य देश के क्रिकेट बोर्ड को खिलाड़ियों की मानसिक और शारीरिक थकान को लेकर कुछ जरूरी कदम उठाने होंगे नही तो खेल पर इसका गहरा असर पड़ेगा। उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि नहीं तो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पीछे हट सकते हैं। बतौर कोच अपने अंतिम मुकाबले से मानसिक और शारीरिक थकान पर खुलकर बातचीत की।
मैं कोई बहाना नही बना रहा हूँ
टीम इंडिया के कोच शास्त्री ने कहा, ‘मैं कोई बहाना नहीं बना रहा हूं, लेकिन हम करीब छह महीने से बायो बबल में रह रहे हैं। हमें अगर आईपीएल और टी20 वर्ल्ड कप के बीच में गैप मिला होता तो सही रहता। जो लोग खेल रहे हैं ये सभी इंसान हैं, ये लोग पेट्रोल पर नहीं चलते हैं। सबसे पहले मेरे दिमाग में आराम की बात आती है। मैं मानसिक रूप से थका हुआ हूं। लेकिन मेरी उम्र में मैं ऐसा होने की उम्मीद करता हूं। लेकिन ये खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से थके हुए हैं।’
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उन्होंने कहा, ‘हम हार स्वीकार करते हैं और हम हारने से नहीं डरते। जीतने का कोशिश करते हुए आप मैच हार सकते हैं लेकिन यहां हमने जीतने का कोशिश नहीं की क्योंकि हमें एक्स फैक्टर की कमी खल रही थी।’
द्रविड़ को मिलेगी विश्व स्तर की टीम
टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने आगे कहा कि टीम इंडिया के नए कोच राहुल द्रविड़ के लिए खास बात यह होगी कि उन्हें वर्ल्ड क्लास टीम मिलेगी। अभी टीम में बदलाव होने की गुंजाइश भी कम है। ऐसे में उनके पास टीम को निखारने का बेहतर मौका होगा। राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के कोच की भूमिका न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली डोमेस्टिक T20 सीरीज और टेस्ट सीरीज से निभाएंगे।
रवि शास्त्री ने टीम इंडिया के नए कोच राहुल को लेकर कहा , “बेशक राहुल द्रविड़ के रूप में हमारे पास ऐसा व्यक्ति है जिसके पास वर्ल्ड की सबसे शानदार टीम होगी। वह अपने स्तर और अनुभव के साथ वो आने वाले समय में टीम के स्तर को और बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे।’