आईपीएल (IPL 2022 ) में राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) का हिस्सा भारतीय टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने लखनऊ सुपरजाइंट्स (Lucknow Super Giants) के खिलाफ खेले गए मुकाबले में खुद के रिटायर्ड हर्ट आउट होकर पवेलियन लौटने पर अब अपना रिएक्शन दिया है। उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि उन्होंने इस तरह का डिसीजन क्यों लिया?
रिटायर हर्ट होने से पहले कर चुके थे इतने रनों की साझेदारी
आपको बताते चलें कि लखनऊ सुपरजाइंट्स (Lucknow Super Giants) के खिलाफ खेले गए मुकाबले के दौरान राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के आर अश्विन (Ravichandran Ashwin) पारी की 10वें ओवर रियान पराग (Riyan Parag) से पहले बैटिंग के लिए क्रीज पर आए।
इस दौरान उन्होंने मैदान पर उतरते ही कुछ शानदार शॉट खेले। लेकिन जब वह ठीक-ठाक खेलने में असफल हुए तो उन्होंने मुकाबले में शेष बची 8 गेंदों से पहले ही रिटायर हर्ट आउट होकर पवेलियन लौटने का फैसला किया।
आर अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने लखनऊ सुपरजाइंट्स के खिलाफ रिटायर हर्ट आउट होने से पहले 23 गेंदों का सामना करते हुए 2 छक्कों की बदौलत 28 रनों की पारी खेली और कैरेबियाई खिलाड़ी शिमरोन हेटमेयर (Simran hit Mayor) के साथ मिलकर पांचवे विकेट के तौर पर 68 रन की साझेदारी की थी।
IPL में पहली बार देखने को मिला ऐसा नजारा
Ravichandran Ashwin Becomes First Player to Get Retired Out and RR became the first team in IPL history to employ the ‘retired out’ tactic as Ashwin went back to the dug out despite being 28 not out during their match against Lucknow Super Giants.#IPL2022 #Ashwin #RetiredOut pic.twitter.com/3JXtS9UFpy
— Valley boy (@Valleyboy8629) April 11, 2022
आपको बता दें आईपीएल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई बल्लेबाज इनिंग्स के दौरान रिटायर हर्ट होकर पवेलियन लौटा हो। रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) द्वारा रिटायर्ड हर्ट होने के फैसले के बाद रियान पराग क्रीज पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे।
जानिए किसलिए रिटायर हर्ट हो गए थे अश्विन
रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) की मानें तो उन्होंने टीम हित को आगे रखते हुए और अपने निजी हित को दरकिनार करते हुए रिटायर हर्ट होने का फैसला लिया था।
रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने क्रिकबज (Cricbuzz) से बातचीत करते हुए कहा, मैंने इसकी कोई पहले से प्लानिंग नहीं कर रखी थी कि ऐसा करना है। ये उस समय परिस्थितियों के हिसाब से लिया गया फैसला था। हम अक्सर ये भूल जाते हैं कि ये एक टीम गेम है। ये गेम का एक अहम पहलू है।
हमें जितना पता है उससे कहीं ज्यादा टी20 टीम गेम है। ये लगभग फुटबॉल की तरह है। गोल स्कोरर आपके ओपनिंग बल्लेबाज या विकेट-टेकर की तरह हैं। हालांकि ये तभी तक कारगर हैं जब तक आपके गोलकीपर और डिफेंडर बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हों।”