टी20 क्रिकेट में विराट कोहली से बेहतर कैप्टन साबित हो सकते हैं रोहित शर्मा, ये रही 3 बड़ी वजह

विराट ने टी20 विश्व कप के बाद टीम की कप्तानी छोड़ दी है। जिसके चलते न्यूज़ीलैंड के साथ होने वाले मैच के लिए रोहित को कप्तानी का जिम्मा सौंपा गया हैं। देखा जाए तो कई ऐसी बाते है जो रोहित को टी20 में विराट से बेहतर बनाती है। उनमें से प्रमुख तीन हैं –

टीम में जल्दी नहीं करते बदलाव, खिलाड़ियों पर जताते है भरोसा

images 2021 11 12T191914.111

विराट कोहली की बार-बार उनके ‘टीम बदलने’ के लिए आलोचना की गई है। जब टीम चयन की बात आती है तो कोहली सर्वश्रेष्ठ नहीं रहे हैं, और भारतीय खेमे में असुरक्षा की भावना पैदा हुई है। ऐसा लगता है कि रोहित शर्मा खिलाड़ियों का अधिक समर्थन करते हैं, और यह एशिया कप 2018 में टीम चयन में देखा गया था।

पीठ की चोट के बाद वापसी कर रहे भुवनेश्वर कुमार का हांगकांग के खिलाफ पहला मैच अच्छा नहीं रहा। खलील अहमद ने अपनी गति और नियंत्रण से प्रभावित किया, जिसको देखते हुए लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ खलील को टीम में लेने की बात कहीं।

लेकिन रोहित अनुभवी भुवनेश्वर कुमार पर टिके रहे और उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मैन ऑफ द मैच का प्रदर्शन किया। खिलाड़ियों को ड्रॉप होने के डर के बिना प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए और ऐसा लगता है कि रोहित इस सिद्धांत में विश्वास करते हैं।

आईपीएल में है शानदार रिकॉर्ड

images 2021 11 12T191948.324

आईपीएल के इतिहास में रोहित सबसे सफल कप्तान है। उनके नाम 5 ट्रॉफी है। आईपीएल भी 20-20 ओवर का ही खेल रहता है। इस हिसाब से रोहित भारत के टी20 कप्तान के रूप में भारत के लिए कोहली से अच्छे नतीजे ला सकते हैं। वैसे भी देखा गया है कि विराट की किस्मत खिताब के मामले में काफी खराब रही है चाहे आईपीएल हो या ICC , खिताब हमेशा विराट से दूर ही रहे हैं। ऐसे में उम्मीद है कि कप्तानी के साथ साथ रोहित की किस्मत भी टीम के काम आ सकती हैं।

ऑन फील्ड रणनीति में विराट से बेहतर

images 2021 11 12T192018.331

रोहित को जो चीज़ विराट से बेहतर बनाती है वह है उनकी ऑन-फील्ड रणनीति है। वह गेंदबाजी में बदलाव और फील्ड प्लेसमेंट में विराट से कई बेहतर हैं।वह कोहली की तुलना में खेल को थोड़ा बेहतर समझते भी हैं। कोहली की कप्तानी में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां उन्होंने विपक्षी बल्लेबाजों को हावी होने दिया हैं।

शुरूआत में दो तीन विकेट लेने के बावजूद कई बार कोहली ने रक्षात्मक होकर नए बल्लेबाजों को समय दिया। दूसरी ओर, रोहित नए बल्लेबाजों पर आक्रमण करना पसंद करते हैं और हमेशा विकेट लेने की कोशिश करते हैं। जब कोई नया बल्लेबाज क्रीज पर आता है तो हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज का प्रयोग करते हैं। रोहित मैच की स्थिति और बल्लेबाज की ताकत और कमजोरियों के अनुसार गेंदबाजी में बदलाव भी करते हैं।