New Delhi: कोरोना वायरस दुनिया पर ऐसी मुसीबत हैं जिससे बचने के लिए पृथ्वी का हर एक देश अपने लेवल पर कोशिश कर रहा हैं। दुनिया भर में कोरोना वायरस के कुल 24,78,634 मामले सामने आए है। जिसमें से 1,70,389 लोगों ने कोरोना वायरस की वजह से मौ’त हो गई है।
हाल ही में सऊदी अरब की हैल्थ मिनिस्ट्री ने 14 अप्रैल को एक रिपोर्ट रिलीज की है। जिसमें बताया गया है कि सऊदी के अलग – अलग जगहों पर 8 भारतीय कामगार की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई है। जिसमें 2 इंजीनियर भी शामिल है। बताया गया हैं कि 51 साल के इंजीनियर मोहम्मद असलम खान अपनी नौकरी के चलते मक्का हरम के पावर स्टेशन में काम कर रहे थे। जिन्हें 3 अप्रैल को तेज बुखार और गले में दर्द की शिकायत होने पर सऊदी के किंग फसल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
कोरोना वायरस की चपेट में आए असलम खान की हालत बेहद नाजुक होने पर उन्हें दो हफ्तों के लिए वेंटिलेटर पर भी रखा गया। लेकिन शनिवार को उन्होंने कोरोना से जंग हारते हुए अपना दम तोड़ दिया। जांच से पता चला हैं कि असलम उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले थे। सऊदी नौकरी के सिलसिले के कारण आए थे।
कोरोना की वजह से अपनी जान गवां बैठे असलम खान अपने पीछे अपनी पत्नी एक बेटा और एक बेटी को अकेला छोड़ गए है। फिलहाल उनकी पत्नी और दोनों बच्चों को घर पर ही क्वारंटाइन किया गया है। वहीं कोरोना वायरस के कारण मरनेवाले दूसरे इंजीनियर की पहचान अजमतुल्लाह खान के रूप में की गई है। जो मूल रूप से तेलंगाना का रहने वाला है। इंजीनियर अजमतुल्लाह खान की मौत शनिवार को हुई है। वहीं केरल मुस्लिम कल्चर सेंटर के एक सीनियन ऑफिसर ने बताया कि अजमतुल्लाह खान के पार्थिव शरीर को रविवार के दिन मक्का में दफनाया गया।
इन दो इंजीनियर के अलावा मक्का के सऊदी बिन लादेन ग्रुप के हरम प्रोजेक्ट पर काम कर रहे फखरे आलम की भी कोरोना की वजह से मौ’त हो गई। वहीं कुन्नुर जिले के शेबनाज की भी मौत कोरोना के चलते हुई। इनके साथ ही सऊदी में टैक्सी ड्राइवर का काम करने वाले सफवान की भी कोरोना वायरस के चलते मौत हो गई।