IND vs WI : वेस्टइंडीज की सरजमी पर खेली जा रही तीन वनडे मुकाबलों की सीरीज में भारतीय टीम ने पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए पहले मैच में जीत हासिल करते हुए 1-0 की बढ़त ले ली है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने का न्यौता मिलने के बाद टीम इंडिया ने स्कोरबोर्ड पर 308 लगाए थे।
जवाब में लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज की टीम 305 रनों तक पहुंच गई थी। हालांकि लक्ष्य हासिल करने से 3 रन दूर रह गई। मुकाबले में 97 रनों की शानदार पारी खेलने वाले भारत के कप्तान शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
दूसरी तरफ वेस्टइंडीज की टीम को आखिरी ओवर में 15 रनों की दरकार थी लेकिन अपने ओवर में 11 रन देने वाले मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) की फैंस जमकर तारीफ कर रहे हैं। Dhawan और मोहम्मद सिराज के अलावा एक ऐसा भी खिलाड़ी है जिसका बल्ला मुकाबले में खामोश रहा लेकिन उन्होंने विकेट के पीछे कमाल का प्रदर्शन किया है। विकेटकीपिंग करते हुए संजू सैमसन (Sanju Samson) ने एक ऐसा काम किया है जिसकी सराहना चारों तरफ फैंस कर रहे हैं।
वाइड गेंद को रोकने के लिए संजू सैमसन ने झोंक दी पूरी ताकत
आपको बताते चलें कि वेस्टइंडीज की को जीत के लिए अंतिम ओवर में 15 रनों की दरकार थी। जबकि गेंद मोहम्मद सिराज के हाथों में थी। भारतीय गेंदबाज ने पहली 4 गेंदों पर 7 रन दिए। ऐसे में लास्ट की 2 गेंद पर 8 रन बनाने थे। उसी दौरान मोहम्मद सिराज ने लेग साइड में एक वाइ ड गेंद डाल दी।
गेंद काफी वाइड थी और अगर इस गेंद को विकेटकीपर संजू सैमसन (Sanju Samson) नहीं रोकते तो संभवत यह गेंद 4 रन के लिए बाउंड्री के बाहर जाती। ऐसे में फिर आखिरी दो बॉल पर जीत के लिए सिर्फ 3 रन चाहिए होते, मगर इस गेंद को रोकने के लिए संजू सैमसन (Sanju Samson) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। अब उनके इस कारनामे की हर जगह प्रशंसा हो रही है।
लंबे समय से अच्छे प्रदर्शन के बावजूद होते आए है नजरंदाज
संजू सैमसन (Sanju Samson) एक ऐसे खिलाड़ी है जिन्हें समय समय पर सेलेक्सटर्स द्वारा नजर अंदाज किया गया हैं। अगर उन्हें स्क्वाड का हिस्सा बनाया भी गया है तो उन्हें बेहद कम मौके मिले है।
आप इस बात का अंदाजा इन आंकड़ों से लगा सकते है कि संजू सैमसन (Sanju Samson) ने टी20I में 2015 में डेब्यू किया था तबसे लेकर आज तक उन्हें केवल 14 मैच में खेलने का मौका मिला हैं। जब जब उन्हें मौका दिया गया है उन्होंने योगदान दिया है इसके बावजूद उनको इस तरह से टीम का हिस्सा न बनाना समझ नहीं आता था।
शिखर धवन के एक फैसले ने रखी जीत की नींव
हालांकि अब वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे में कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान शिखर धवन द्वारा संजू सैमसन (Sanju Samson) को प्लेइंग 11 में मौका दिया जाने का फैसला काफी हद तक सही साबित हो रहा है।
Love him
Or hate him
But you cannot Ignore himSanju Samson saved India from losing the match #WIvIND #IndvsWI #SanjuSamson pic.twitter.com/p0lLcGC3Fq
— Roshmi 💗 (@CricCrazyRoshmi) July 22, 2022
संजू सैमसन (Sanju Samson) ने पहले वनडे में टीम इंडिया को आखिरी ओवर में बेहतरीन विकेटकीपिंग करके जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई, हालाकिं संजू सैमसन पहले वनडे में बल्लेबाजी में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके, लेकिन उनके पास शानदार बल्लेबाजी करके टीम को जीत दिलाने की भरपूर क्षमता है।
ऐसा रहा मुकाबला
आपको बताते चलें कि भारतीय टीम ने मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोरबोर्ड पर 308 रन लगाए थे। भारतीय टीम के स्कोर को यहां तक पहुंचाने में शिखर धवन 97 की बड़ी भूमिका रही। उन्होंने भले ही अपना शतक नहीं पूरा किया लेकिन भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
शिखर धवन और शुभमन गिल 64 के बीच शतकीय साझेदारी हुई। शुभमन गिल (64) रन बनाकर रन आउट होकर पवेलियन लौटे। जबकि श्रेयस अय्यर ने भी 54 रनों की पारी खेली।
भारत द्वारा दिए गए 309 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज के लिए काइल मेयर्स ने सबसे ज्यादा 75 रन बनाए। जबकि शम राह ब्रुक्स ने 46 रनों का योगदान दिया।
वही, ब्रैडेन किंग ने 54 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। वेस्टइंडीज के कप्तान निकोलस पूरन 25 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद रोमारियो शेफर्ड और अकील हुसैन के बीच सातवें विकेट के लिए 50 रनों की साझेदारी हुई। इसके बावजूद भी वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम को 3 रनों से हार का मुंह देखना पड़ा।