नागरिकता संशो/धन कानून पर राजनीतिक जगत में जम/कर सिया/सत देखने को मिल रही है। एक तरफ जहां कांग्रेस इस कानू/न का विरो/ध करने में जुटी हुई है और केंद्र सरकार से इस कानून को वापस लिए जाने की मांग कर रही है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी नागरिकता संशो/धन कानून को पड़ोसी देश में धा/र्मि/क उत्पी/ड़/न के लोगों के लिए हितकर बता रही है। हाल ही में मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने नागरिकता संशो/धन कानून पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि. इस कानून को लागू करने से कोई नहीं रो/क सकता है। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी से नहीं ड/रते हैं। वह देश के शे/र हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आगे कहा कि अगर मोदी जी रा/म हैं तो अमित शाह हनु/मान।
आपको बता दें, ऐसा नहीं है कि शिवराज सिंह ने पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान बताया है। इसके पहले 23 दिसंबर 2019 को जब वे राजस्थान की जयपुर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे तो उस दौरान भी उन्होंने नागरिकता संशो/धन कानून को लेकर कहा था। मोदी जी उनके लिए भग/वान बन गए हैं और जो प्रता/ड़ि/त है और अच्छी जिं/दगी नहीं मिल पा रही है। मोदी जी ने फिर जिं/दगी दी है।
बता दें, हाल ही में देश की 154 दिग्गज हस्तियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखकर नागरिकता संशो/धन कानून के नाम पर हिं/सा/ करने वालों के खिलाफ क/ड़ी कार्र/वाई करने की मांग की थी। इसमें न सिर्फ पूर्व जज बल्कि कई अफसर भी शामिल थे। इन लोगों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखकर कहा कि सीएए के नाम हिं/सा करने वाले लोगों के खिलाफ ए/क्शन लेना चाहिए, हालांकि इसमें किसी भी संगठन या फिर किसी विशेष व्यक्ति का नाम नहीं लिया गया।
बताया जा रहा है इन 154 जगहों में पूर्व न्याया’धीश, सिविल सेवा से जुड़े कुछ अधिका’री एवं रक्षा अधिकारी समेत कई अन्य लोग शामिल है। इन 154 दिग्गजों के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई पूर्व ज’ज और केंद्रीय प्रशासनिक न्याया’धिकरण के पूर्व चेयरमैन प्रमोद कोहली ने किया। कोहली ने बताया कि नागरिकता संशो/धन कानून और एनसीआर के खिलाफ अगर प्रदर्शन किए गए तो बड़ी तादाद में इसके समर्थन में भी आवाज सामने आई है, हालांकि जिस तरह से सीएए और एनआर/सी को लेकर हिं/सा हुई और खरा/ब माहौल देश में बना। उसके लिए हमने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है।