खिताबों के मामले में विराट कोहली की किस्मत हमेशा से ही खराब रही है। विराट के नेतृत्व में टीम ने कई सीरीज अपने नाम की है लेकिन ICC टूर्नामेंट हो या आईपीएल के खिताब, ये सब विराट से दूर ही रहे है। इसके विपरीत जब जब रोहित शर्मा टीम के कप्तान रहे है, उनकी टीम ने हमेशा अच्छा ही किया हैं। आईपीएल में तो उनका रिकॉर्ड धोनी से भी बेहतर है। आईपीएल में उन्होंने 5 बार खिताब अपने नाम किया है।
हाल में संपन्न हुई तीन टी20 मैच में रोहित की अगुवाई में टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। रोहित का खुद का प्रदर्शन भी लाजवाब रहा। पहले मैच में रोहित ने 48 रन की पारी खेली, दूसरे मैच में उन्होंने 55 रन की शानदार पारी खेली वहीं कल हुए आखिरी मैच में रोहित ने 56 रन बनाए। जबकि विराट का हालिया फॉर्म कुछ ठीक नहीं रहा हैं। ऐसे में अगर रोहित को odi और टेस्ट की कप्तानी भी सौंप दी जाए तो विराट अपनी बल्लेबाजी में ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।
रोहित को सौंप देनी चाहिए तीनों फॉरमेट की कप्तानी, तीन वजह
टॉस और ICC इवेंट्स में विराट की खराब किस्मत
दुबई जैसी जगह में जहां टॉस का मैच में बहुत बड़ा हाथ था, देखा गया भारत के कप्तान दो बड़ी टीम के विरुद्ध टॉस नहीं जीत पाए। टीम के सेमीफइनल में न पहुंचने का ये भी एक कारण रहा। ऐसे में बड़े मैचों में विराट की खराब किस्मत के चलते रोहित को कप्तानी सौंपी जा सकती है।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी विराट की अगुवाई में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था। जबकि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पूरे चक्र के दौरान टीम 6 में से 5 सीरीज जीत कर टॉप में रही थी। पर एक बार बड़े इवेंट में फिर टीम को हार का सामना करना पड़ा था।
वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो खिताब और टॉस का मामले में रोहित की किस्मत बेहतरीन हैं। रोहित के नाम 5 आईपीएल खिताब है जबकि कोहली के पास एक भी नहीं। बड़े इवेंट में जहां टॉस जीतना महत्वपूर्ण होता है रोहित ने अक्सर टॉस जीता है। ऐसे में रोहित को ODI और टेस्ट की कप्तानी भी सौंप देनी चाहिए।
गेम की बेहतर समझ, साथ ही नहीं खोते है आपा
आमतौर पर देखा गया है कि रोहित गेम को विराट से बहेतर तरीके से परखते है। अगर टीम शुरआत से ही हावी रहती है तो रोहित बीच मे बिल्कुल भी लूज़ ओवर नहीं डालते जबकि विराट अच्छी शुरुआत के बाद भी दूसरी टीम को वापसी का मौका दे देते हैं। साथ ही रोहित द्वारा चले दांव हमेशा टीम के लिए सकरात्मक ही होते है जबकि विराट के केस में ऐसा नहीं हैं।
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दूसरी तरफ अगर मैच टक्कर का होता है या भारतीय टीम पीछे चल रही होती है तो विराट अपना आपा खो देते है वहीं दूसरी और रोहित हर परिस्थिति को समझकर हमेशा अपना संयम बनाये रखते हैं जो टीम के लिए उपयोगी हैं।
विराट दे पाएंगे अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान
पिछले कुछ महीने विराट के लिए एक बल्लेबाज के तौर में भी कुछ ज्यादा खास नहीं रहे है। ऐसे में वह जल्द अपनी खोई फॉर्म वापिस पाना चाहंगे। अगर रोहित को कप्तानी दे दी जाती है तो विराट बिना किसी एक्स्ट्रा प्रेशर के पूरी तरह से अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान दे फॉर्म में वापिस आ सकते है। विराट का फॉर्म में वापिस आना भारतीय टीम के लिए काफी लाभदायक होगा।