श्रेयस अय्यर ने पहली पारी में 105 रन बनाकर भारत का स्कोर 345 रनों पर पहुंचा दिया था, लेकिन दूसरी पारी में स्थिति अलग थी। भारत ने 51 रन पर 5 विकेट गवां दिए थे।
डेब्यू टेस्ट में शतक और अर्धशतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज
श्रेयस ने एक बार फिर अच्छी बल्लेबाजी करते हुए 65 रन की शानदार पारी खेली। वास्तव में, श्रेयस यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय हैं – डेब्यू टेस्ट में शतक और हाफ सेंचुरी।
भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में 7 विकेट के नुकसान पर 234 रन बनाए हैं। इस दौरान जिस बल्लेबाज ने अपनी बल्लेबाजी से सबसे ज्यादा क्रिकेट फैंस को प्रभावित किया। वे युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ही रहे। अय्यर ने 125 गेंद का सामना करके 8 चौके और 1 छक्के की मदद से 65 रन की अहम पारी।
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों और स्पिनरों से निपटने के लिए उनकी मानसिकता एकदम सकारात्मक दिखी। उनकी पारी के परिणामस्वरूप भारत ने 200 की बढ़त को भी आगे बढ़ाया।
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अश्विन और साहा का मिला साथ
श्रेयस को आर अश्विन के रूप में दूसरे छोर पर अच्छे साथी मिले, जिनके साथ उन्होंने छठे विकेट के लिए 50 रन बनाए, और बाद में विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा के साथ एक और अच्छी साझेदारी की।
साहा ने स्टिफ गर्दन के बावजूद शानदार बल्लेबाजी की और नाबाद 61 की पारी खेली। साहा ने अक्षर पटेल के साथ मिलकर अंत में भारत को 284 रन की बढ़त दिलाई। इसके बाद भारत की पारी डिक्लेअर कर दी गई।
1896 में पहली बार केएस रंजीतसिंहजी ने हासिल की थी उपलब्धि
केएस रंजीतसिंहजी ने भी 1896 में यह उपलब्धि हासिल की थी, वह डेब्यू पर 100 और 50 रन बनाने की उपलब्धि हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी थे, वह तब इंग्लैंड के लिए खेले थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैनचेस्टर में यह उपलब्धि हासिल की थी।
उपलब्धि हासिल करने वाले अन्य बल्लेबाज: जॉर्ज गन (इंग्लैंड), हरबिया कॉलिन्स (इंग्लैंड), पॉल गिब (इंग्लैंड), लॉरेंस रो (वेस्टइंडीज), रॉडने रेडमंड (न्यूजीलैंड), गॉर्डन ग्रीनिज (वेस्टइंडीज), अजहर महमूद (पाकिस्तान) , लू विंसेंट (न्यूजीलैंड), स्कॉट स्टायरिस (न्यूजीलैंड), यासिर हमीद (पाकिस्तान), एंड्रयू स्ट्रॉस (इंग्लैंड), एलिस्टेयर कुक (इंग्लैंड), उमर अकमल (पाकिस्तान), फैट डू प्लेसिस (दक्षिण अफ्रीका)