मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार मुश्किल दौर से गुजर रही है। सूत्रों के मुताबिक, ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने पहुंचे हैं। खास बात यह है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ गृहमंत्री अमित शाह भी पहुंचे हैं।
इसी बीच बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के बागी विधायक अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंप सकते हैं। बताया जा रहा है कि इन विधायकों की कुल संख्या 20 है। अगर ऐसा होता है तो कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ जाएगी और कमलनाथ की सरकार मध्य प्रदेश में गिर सकती है।
PM मोदी से मिलने पहुँचे ज्योतिरादित्य सिंधिया. गृहमंत्री अमित शाह भी हैं साथ. आज शाम इस्तीफ़ा दे सकते हैं @JM_Scindia और BJP के टिकट पर राज्यसभा जा सकते हैं. उसके बाद इस्तीफ़ा देंगे कांग्रेस के 19-20 MLA. कमलनाथ सरकार पर संकट और गहराया #MadhyaPradeshCrisis
— Manak Gupta (@manakgupta) March 10, 2020
आपको बता दें, वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिराज सिंधिया समेत करीब 17 कांग्रेसी विधायक अंडरग्राउड हो गए हैं। सभी के फोन स्विच ऑफ आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, ये सभी विधायक बेंगुलुरू के होटल में ठहरे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद दिल्ली में मौजूद हैं। वहीं मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के 20 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, कमलनाथ समर्थक सभी मंत्रियों ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री कमलनाथ को सौंप दिया है। ऐसे में कमलनाथ को नई मंत्रिमंडल के गठन का अधिकार मिल चुका है।
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी पर नि’शाना सा’धा है। उन्होंने मीडिया को दिए बयान में कहा कि भाजपा ने 15 साल तक सत्ता का सेवा न करके सिर्फ भोग का साधन बनाए रखी एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी अनैतिक तरीके से सरकार को अ’स्थिर करना चाहती है। भाजपा सिर्फ और सिर्फ सत्ता की भू’खी है।
मालूम हो कि, मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं। इसमें से दो विधायकों का नि’धन हो चुका है। ऐसे में मौजूदा समय में कुल विधायकों की संख्या 228 बच गई है। इसमें से फिलहाल कांग्रेस के पास कुल 121 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इसमें से 4 निर्दलीय, 2 बीएसपी और एक सपा विधायक हैं। मौजूदा समय में मध्य प्रदेश में सरकार बनाने क लिए कुल 115 का जादुई आकंडा चाहिए। जबकि भारतीय जनता पार्टी के पास कुल 105 विधायक हैं।