Ajinkya Rahane ने अब तक 81 टेस्ट खेले हैं, जिसमें 39.21 की औसत से 4921 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक और 24 अर्द्धशतक शामिल हैं। उनका आखिरी शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में वह यादगार शतक था जिसने एडिलेड में 36 रन पर ढेर हो जाने के बाद भारत को शानदार जीत दिलाई। लेकिन उस पारी से पहले और बाद में रहाणे ने एक साल तक रन बनाने के लिए संघर्ष किया है।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में उनके अर्धशतक के बाद उम्मीद थी कि वह फॉर्म में आ गए है लेकिन तीसरे टेस्ट में वह केवल 9 और 1 रन बना कर आउट हो गए। इसके चलते लग रहा है कि टीम मैनजमेंट अब शायद भविष्य में Ajinkya Rahane को और मौके न दे।
आज हम बात करेंगे उन तीन बल्लेबाजों की जो रहाणे का सबसे अच्छा विकल्प हो सकते है।
मयंक अग्रवाल
मयंक की अभी टीम में जगह पक्की नहीं है। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ राहुल के चोटिल होने के कारण उन्हें टीम में जगह मिली थी जिसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उसके बाद उन्हें साउथ अफ्रीका दौरे के लिए चुना गया।
एक बार फिर उनकी किस्मत ने उनका साथ दिया और रोहित के चोटिल होने के कारण उन्हें एक बार फिर प्लेइंग इलेवन में जगह मिली। Ajinkya Rahane अगर सन्यास लेते है या मैनजमेंट उन्हें आगे और मौके नहीं देती है तो मयंक उनका एक बेहतर विकल्प हो सकते है। मयंक ने भारत के लिए अब तक 19 टेस्ट में 1429 रन बनाए है। उनका हाईएस्ट स्कोर भी 243 है।
श्रेयस अय्यर
27 वर्ष के इस बल्लेबाज को Ajinkya Rahane के सबसे बेहतर विकल्प के रूप में देखा जा सकता है। श्रेयस को अभी तक केवल दो टेस्ट खेलने का मौका मिला है जिसमें उन्होंने 50 की औसत से 202 रन बनाए है।
Ajinkya Rahane की तरह ही श्रेयस भी एक मध्यक्रम बल्लेबाज है। उन्हें जब भी टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला है उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है ऐसे में उन्हें अजिंक्या के लांग टर्म विकप्ल के रूप में देखा जा सकता है।
हनुमा विहारी
हनुमा विहारी की जगह को लेकर हमेशा टीम इंडिया में संशय ही बना रहा है। जब कोई खिलाड़ी चोटिल होता है उसके बदले ही हनुमा को टीम के प्लेइंग इलेवन में जगह मिलती है। अजिंक्या के टीम से बाहर होने के बाद विहारी के लिए टीम में जगह पक्की हो सकती है। विहारी ने हमेशा ही टीम के लिए जिम्मेदारी भरी पारी खेली है।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में चोटिल विराट के बदले मौका मिलने पर भी उन्होंने 40 रन की अहम पारी खेली। अगर हनुमा की जगह टीम में स्थिर हो जाती है तो वह और कमाल कर सकते है। साथ ही हनुमा के साथ जाने पर भारत को एक गेंदबाजी का विकल्प भी मिल जायेगा। हनुमा ने भारत के लिए 13 टेस्ट में 34 की औसत से 684 रन बनाए है और 5 विकेट भी लिए है।