IPL Title Sponsor: चीनी मोबाइल निर्माता, वीवो आईपीएल की स्पॉन्सरशिप छोड़ रहा है। टाटा ने कथित तौर पर 2022 सीज़न से आईपीएल के शीर्षक प्रायोजक के रूप में स्मार्टफोन ब्रांड की जगह ले ली है। मंगलवार को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक के दौरान स्पॉन्सरशिप में बदलाव पर फैसला लिया गया। इसी के साथ वीवो आईपीएल (IPL Title Sponsor) को अब टाटा आईपीएल के नाम से जाना जायेगा।
2023 तक था समझौता
देश में चीन विरोधी भावना बढ़ने के कारण VIVO ने 2020 में IPL प्रायोजन (IPL Title Sponsor) से हाथ खींच लिया था। जबकि वीवो ने 2021 में मुख्य प्रायोजक के रूप में वापसी की, क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, एसोसिएशन अब 2022 संस्करण से पहले पूरी तरह से इसकी स्पॉन्सरशिप से हट रहा है।
VIVO और BCCI ने 2018 में IPL के टाइटल स्पॉन्सरशिप (IPL Title Sponsor) के लिए 440 करोड़ रुपये का समझौता किया था। प्रायोजन समझौता आईपीएल 2023 सीज़न के बाद समाप्त होना था, लेकिन दोनों पक्ष समय से पहले अलग हो रहे हैं।
टाटा को ट्रांसफर की गई डील
माना जा रहा है कि वीवो ने आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप (IPL Title Sponsor) को लेकर बीसीसीआई के साथ अपनी मौजूदा डील टाटा को ट्रांसफर करने का अनुरोध किया था। जीसी की बैठक में इसे मंजूरी दी गई। अब, टाटा के पास 2022 और 2023 सीज़न के लिए फ्रैंचाइज़ी-आधारित क्रिकेट लीग का शीर्षक प्रायोजन होगा, इन दो सीज़न के लिए सटीक वित्तीय जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
Tata Group to replace Chinese mobile manufacturer Vivo as IPL title sponsor this year: IPL Chairman Brijesh Patel to PTI
— Press Trust of India (@PTI_News) January 11, 2022
विवो ने आईपीएल प्रायोजन सौदे से बाहर निकलने का अनुरोध किया गया था और गवर्निंग कौंसिल ने इसे मंजूरी दे दी है।
अहमदाबाद टीम को जारी किया गया एलओआई
आईपीएल अध्यक्ष ने पुष्टि की, “वीवो बाहर हो गया है और टाटा शीर्ष प्रायोजक होंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि अहमदाबाद और लखनऊ फ्रेंचाइजी के लिए लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) जारी कर दिया गया है। पटेल ने जनकिरी दी “गवर्निंग काउंसिल ने अहमदाबाद टीम के सीवीसी अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है और आज (11 जनवरी) को एलओआई जारी कर दिया जायेगा।