ऑलराउंडर खिलाड़ी अपनी टीम की रीढ़ की हड्डी होता है अगर यह कहा जाए तो गलत ना होगा। क्योंकि टीम जब मुश्किल में फंसती है तो ऑलराउंडर की भूमिका अहम हो जाती है। अगर टीम बल्लेबाजी कर रही है तो ऑलराउंडर खिलाड़ी अपने बल्ले के दम पर टीम को संकट से उबारने का माद्दा रखता है।
वही अगर टीम गेंदबाजी कर रही है और उसके गेंदबाज विरोधी टीम के विकेट निकालने में कामयाब नहीं होते हैं तो कप्तान को अपने ऑलराउंडर की तरफ देखना पड़ता है। कप्तान द्वारा दी गई जिम्मेदारी को ऑलराउंडर पूरा भी करने की कोशिश करता है।
भारत के लिए क्रिकेट खेलने वाले ऑलराउंडर खिलाड़ियों की वैसे तो भरमार रही है। मगर अपनी कप्तानी में साल 1983 का विश्व कप जिताने वाले ऑलराउंडर खिलाड़ी कपिल देव और मौजूदा टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या के जितना कोई भी खिलाड़ी फैंस के दिल में जगह नहीं बना सका है। लेकिन हार्दिक पांड्या अपनी चोटों के चलते ज्यादातर टीम से बाहर ही रहते हैं।
ऐसे में इस आर्टिकल के जरिए हम आपको आज ऐसे पांच भारतीय ऑलराउंडर के बारे में बताने जा रहे हैं। जो आने वाले भविष्य में टीम इंडिया के मौजूदा ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या के लिए चुनौती बन सकते हैं।
1-दीपक चाहर
दीपक चाहर वर्तमान में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से आईपीएल खेलते हैं। ये टीम इंडिया के लिए हैट्रिक भी ले चुके हैं। वे गेंदबाजी करने के साथ ही बल्ले से भी विरोधी टीम को जवाब देने में माहिर हैं। दीपक चाहर का घरेलू क्रिकेट में भी शानदार रिकॉर्ड रहा है। जिसकी बदौलत उन्होंने टीम इंडिया तक का सफर तय किया है।
दीपक चाहर की यदि घरेलू घरेलू क्रिकेट कैरियर की बात करें तो उन्होंने अब तक कुल 46 लिस्ट ए मुकाबलों में 386 रन बनाए हैं जबकि 58 विकेट भी अपने नाम किए हैं। दीपक चाहर ने भारतीय टीम के लिए 13 T-20 इंटरनेशनल मुकाबलों में 18 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। ऐसे में वह हार्दिक पांड्या को आसानी से रिप्लेस कर सकते हैं।
2-विजय शंकर
भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या के चोटिल होने के बाद टीम में जगह बनाने वाले विजय शंकर ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित करते हुए वर्ल्ड कप में जगह बनाई थी। उभरते ऑलराउंडर विजय शंकर ने अब तक कुल 9 T-20 इंटरनेशनल मुकाबले खेलें हैं। इन मुकाबलों में उन्होंने 101 रन बनाए हैं।
इस दौरान उनका बल्लेबाज़ी का औसत 25.25 का रहा है। साथ ही उन्होंने अपने खाते में 5 विकेट भी दर्ज कराएं हैं। वही वनडे कैरियर की बात करें तो तमिलनाडु के इस ऑलराउंडर नइ टीम इंडिया के लिए 12 वनडे मुकाबलों में 31.85 की औसत से 223 रन बनाए हैं। मौजूदा समय में विजय शंकर टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। मगर आने वाले समय में वह हार्दिक पांड्या के विकल्प के तौर पर टीम इंडिया में स्थाई जगह बना सकते हैं।
3-शिवम् दुबे
शिवम दुबे भारतीय क्रिकेट का उभरता हुआ सितारा है यह कहना गलत ना होगा। शिवम दुबे विषम परिस्थितियों में टीम को उबारने का काम करते हैं। पिछले कुछ समय से गेंदबाजी आलराउंडर के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने अब तक कुल 43 प्रथम श्रेणी के मुकाबले खेले हैं। इन मुकाबलों में उन्होंने 764 रन बनाने के अलावा 36 विकेट भी झटके हैं। वही टी-20 क्रिकेट में शिवम दुबे ने 61 मुकाबले खेल कर 834 रन बनाए हैं।
इस दौरान उनका बल्लेबाजी का औसत 20.34 का रहा है। जबकि शिवम दुबे ने 32 विकेट भी अपने नाम किए हैं। इनकी सबसे बड़ी खास बात यह है कि यह लंबे-लंबे ही मार सकते हैं और यह जल्दी टीम इंडिया में ऑलराउंडर की भूमिका में खेलते हुए दिखाई दे सकते हैं जो आगामी दिनों में हार्दिक पांड्या के लिए एक मजबूत चुनौती बनकर उभर सकते हैं।
4-कमलेश नागरकोटी
इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेलने वाले कमलेश नागरकोटी पृथ्वी शा के कप्तानी में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारत ए की टीम का हिस्सा भी थे। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज को आने वाले दिनों में टीम इंडिया के लिए खेलते दिखाई देना कोई मुश्किल बात नहीं है।
कमलेश नगरकोटी अपने बल्ले से भी विरोधी टीम को स्पष्ट करने की क्षमता रखते हैं। यह जरूरत पड़ने पर लंबे लंबे सिक्स भी लगा सकते हैं और आखिरी ओवरों में जरूरत पड़ने पर तेज़ी से रन बना सकते हैं। कमलेश नागरकोटी डोमेस्टिक क्रिकेट 9 लिस्ट ए के मुकाबले खेलते हुए 26.20 की औसत से 131 रन बनाए और इन मुकाबलों में 11 खिलाड़ियों को पैवेलियन का रास्ता भी दिखाया है। खिलाड़ी टीम इंडिया में शामिल होकर हार्दिक पांड्या का जल्द ही विकल्प बन सकता है।
5-कृष्णप्पा गौतम
इंडियन प्रीमियर लीग में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलने वाले कृष्णप्पा गौथम जल्द ही टीम इंडिया खेलते हुए दिखाई देंगे। कृष्णप्पा गौतम कर्नाटक प्रीमियर लीग और इंडियन प्रीमियर लीग में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए दिखाई देते हैं। कृष्णप्पा गौतम घरेलू क्रिकेट में अब तक कुल 47 प्रथम श्रेणी मुकाबलों खेल चुके हैं।
इन मुकाबलों में उन्होंने 21.46 की औसत से 558 रन बनाने के अलावा 70 विकेट भी लिए हैं। टी-20 मुकाबलों की बात करें तो उन्होंने अब तक कुल 62 मैच खेले हैं। जिनमे उन्होंने 15. 63 की औसत से 594 रन बनाए हैं। जबकि 41 विकेट अपने नाम किए हैं। विस्फोटक अंदाज में क्रिकेट खेलने वाले कृष्णप्पा गौथम भविष्य में हार्दिक पांड्या का विकल्प बन सकते हैं।