टेस्ट सीरीज हार के बाद भारत तीन ODI सीरीज में साउथ अफ्रीका से भिड़ने के लिए तैयार है। भारत ODI में साउथ अफ्रीका को हराने के इरादे से मैदान में उतरेगा। भारत बनाम साउथ अफ्रीका पहला एकदिवसीय मैच 19 जनवरी को खेला जाना है। ऐसे में भारत इस प्लेइंग इलेवन के साथ पहले एकदिवसीय मैच में जीतने के इरादे से उतरेगा।
केएल राहुल
रोहित के चो’टिल होने के कारण राहुल को एकदिवसीय मैचों में टीम के नेतृत्व की जिम्मेदारी दी गई है। राहुल हाल फिलहाल में भारत के सबसे बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में से एक है। राहुल ने अभी तक भारत के लिए 38 एकदिवसीय मैचों में 48 की बेहतरीन औसत से 1509 रन बनाए है। इस दौरान उन्होंने 5 शतक और 9 अर्धशतक लागये है। केएल राहुल कप्तान के रूप में एक अच्छी पारी खेलने के इरादे से उतरेंगे।
शिखर धवन
शिखर की काफी समय बाद टीम में वापसी हुई है। शिखर जिनको उनके विस्फोटक अंदाज के लिए जाना जाता है रोहित के बदले राहुल के साथ ओपनिंग करेंगे। शिखर के सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरने से भारत को लेफ्ट राइट कॉम्बिनेशन के साथ उतरने का फायदा मिलेगा। शिखर ने भारत के लिए 145 एकदिवसीय मैचों में 45 की औसत से 6105 रन बनाए है। उनका पहले टेस्ट में प्लेइंग इलेवन में होना तय है।
विराट कोहली
विराट कोहली को एकदिवसीय कप्तान के रूप से हटा दिया गया था। जिसके बाद से उनके खेलने को लेकर संशय बना हुआ था। पर विराट ने बाद में कहा था कि वह एकदिवसीय मैच के लिए उपस्थित रहंगें। ऐसे में तीसरे नम्बर पर भारत के सबसे सफल बल्लेबाज बल्लेबाजी करने उतरेंगे। विराट ने भारत के लिए 254 एकदिवसीय मैचों में 50 के ऊपर की अविश्वसनीय औसत से 12169 रन बनाए है। विराट इस एकदिवसीय मैच से अपनी खोई फॉर्म वापिस पाना चाहेंगे।
सूर्यकुमार यादव
सूर्यकुमार यादव के बल्लेबाजी शैली की काफी लोग तारीफ कर चुके है। अभी तक वह भारत की जर्सी में कुछ खास कमाल नहीं कर पाए है लेकिन टीम मैनजमेंट ईशान किशन के ऊपर उन्हें रख सकती है। सूर्यकुमार ने 3 एकदिवसीय मैचों में 124 रन बनाए है।
श्रेयस अय्यर
इस युवा बल्लेबाज ने हाल फिलहाल में आने धैर्य भरी बल्लेबाजी से लोगों को प्रभावित किया हैं। उनके टीम में होने से मध्यक्रम को काफी मजबूती मिलेगी। श्रेयस ने भारत के लिए 22 ODI में 42 की औसत से 813 रन बनाए है। श्रेयस का भी टीम में होना लगभग तय है।
ऋषभ पंत
धोनी के सन्यास लेने के बाद से ही विकेटकीपर के तौर पर ऋषभ हमेशा भारत की पहली पसंद रहे है। ऐसे में उनका भी प्लेइंग इलेवन में खेलना तय है। ऋषभ अपने आक्रामक अंदाज के लिए जाने जाते है। कई बार इस चीज के लिए पंत की आलोचना भी हो चुकी है पर समय आने पर वह हमेशा टीम के काम आए है।
वैंकटेश अय्यर
अश्विन काफी समय स लगातार खेल रहे है। ऐसे में पहले एकदिवसीय मैच में उनको आराम दिया जा सकता हैं उसके बदले आल राउंडर वैंकटेश को मौका दिया जा सकता है। वेंकटेश एक तरफ जहां ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते है वहीं स्पिन गेंदबाजी भी करते है। हाल में हुई विजय हज़ारे ट्रोफी में भी उन्होंने शानदार आल राउंड प्रदर्शन किया था। टीम पहले एकदिवसीय मैच के लिए उनपर भरोसा जता सकती है। वैंकटेश के लिए ये उनका डेब्यू मैच होगा।
भुवनेश्वर कुमार
सिराज अभी पूरी तरह से स्वस्थ नहीं है ऐसे में बुमराह के साथ भुवनेश्वर तेज गेंदबाजी में टीम का नेतृत्व करेंगे। भुवनेश्वर भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक है। भुवनेश्वर ने 119 एकदिवसीय मैचों में भारत के लिए 141 विकेट हासिल किए है। इस दौरन उन्होंने 5 की बेहतरीन इकॉनमी से गेंदबाजी की है। भुवनेश्वर प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होंगे।
दीपक चहर
शार्दुल अभी भारत की टेस्ट टीम का भी हिस्सा थे इसलिए पहले मैच में उनके बदले टीम दीपक के साथ उतर सकती है। दीपक ने अभी तक भारत के लिए 5 एकदिवसीय मैच खेले है और उसमें 6 विकेट लिए है। इसी के साथ दीपक थोड़ी बहुत बल्लेबाज भी कर लेते है।
जसप्रीत बुमराह
अपनी सटीक यॉर्कर के लिए जाने जाने वाले बुमराह इस सीरीज में भारत के उपकप्तान है। बुमराह का टीम में होना तय है। बुमराह की सटीक यॉर्कर उनको सबसे अलग बनाती है। बुमराह के सामने अच्छे से अच्छे बल्लेबाज भी असहज दिखाई देते हैं। बुमराह ने भारत के लिए 67 ODI मैचों में 5 से नीचे की इकॉनमी के साथ 108 विकेट लिए है।
यजुवेंद्र चहल
चतुर चलाक चहल जैसा कि उन्हें कई लोग पुकारते है अपनी चतुरता भरी गेंदबाजी के लिए जाने जाते है। कोई भी पार्टनरशिप जब खतरनाक लग रही होती है तो कप्तान उनपर भरोसा जताते है। वैंकटेश के साथ चहल स्पिन अ’टैक की अगुवाई करेंगे।
भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन : केएल राहुल (कप्तान), शिखर धवन, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (विकेटकीपर) , वैंकटेश अय्यर, भुवनेश्वर कुमार, दीपक चहर, जसप्रीत बुमराह, यजुवेंद्र चहल