भारत को अपने साउथ अफ्रीका दौरे में पहली टेस्ट सीरीज जीत की उम्मीद है। जहां भारत ने सेंचुरियन में पहला मैच जीता वहीं वांडरर्स में साउथ अफ्रीका ने जीत हासिल कर सीरीज को एक एक से बराबर कर लिया। अब सबकी नजर न्यूलैंड में चल रहे टेस्ट पर जा टिकी है। फिलहाल भारत साउथ अफ्रीका से 70 रन आगे चल रहा है और कप्तान विराट और भरोसेमंद चेतश्वर क्रीज पर बने हुए है।
जहां कुछ खिलड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया वहीं दूसरे खिलाड़ी फ्लॉप रहे। पर इन सब के बीच तीन खिलाड़ी ऐसे भी थे जिन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका ही नहीं मिला। इस मामले में उनकी किस्मत काफी खराब रहीं।
इशांत शर्मा
लंबे कद के दिल्ली के इस गेंदबाज को आखिरी टेस्ट में प्लेइंग इलेवन में होने की उम्मीद थी क्योंकि सिराज चोटिल थे और भारत को एक लंबे कद के गेंदबाज की भी आवश्यकता थी।
ऐसे में कप्तान ने उमेश यादव पर भरोसा जताया और इशांत को प्लेइंग इलेवन से बाहर ही रखा। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि इशांत के लिए शायद ये आखिरी मौका था जो उन्हें नहीं मिला क्योंकि दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर , नवदीप सैनी जैसे नए गेंदबाजों के चलते अब शायद ही इशांत को आगे कोई मौका मिले। इशांत ने भारत के लिए 105 टेस्ट में 311 विकेट लिए है। इस दौरान उन्होंने 11 बार एक पारी में 5 विकेट भी लिए है। ऐसे में एक लंबे कद के गेंदबाज की आवश्यकता होने के बावजूद इशांत को मौका न देना समझ से परे है।
जयंत यादव
अक्षर पटेल और रविन्द्र जडेजा के चोटिल होने के कारण इस आल राउंडर को टीम स्क्वाड में जगह मिली थी। पर साउथ अफ्रीका के पिच पर स्पिनर के ज्यादा कारगर न होने के कारण उनको तीनों मैच में प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली। भारत केवल एक स्पिनर अश्विन के साथ ही गया। इस कारण जयंत को ये पूरी सीरीज बेंच पर ही निकालनी पड़ी।
वाशिंगटन सुंदर के कोविड पॉज़िटिव होने के कारण उन्हें एकदिवसीय स्क्वाड में जगह मिली है। वह उम्मीद कर रहें होंगे कि यहां पर उन्हें खेलने का मौका मिले। जयंत ने भारत के लिए अब तक 5 टेस्ट में 16 विकेट लिए है साथ ही 246 रन भी बनाये है।
रिद्धिमान साहा
भारत के इस विकेट कीपर बल्लेबाज को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस सीरीज में एक भी बार खेलने का मौका नहीं मिला।
ऋषभ पंत जहाँ एक के बाद एक फ्लॉप परियां खेले जा रहें है ऋषभ 5 परियों में केवल 87 रन बना पाए है उसके बावजूद भी टीम मैनजमेंट उन्हीं को बैक करते हुए साहा को मौका नहीं दे रही। जिसके चलते साहा को पूरी सीरीज बेंच पर ही बितानी पड़ी। रिद्धिमान ने अभी तक भारत के लिए 40 टेस्ट मैच खेले है जिसमें उन्होंने 29 की औसत से 1353 रन बनाए है।