टीम इंडिया के कुछ महान खिलाड़ियों के बच्चे अब बड़े हो चुके हैं। अपने पिता के ही नक्शेकदम में चलते हुए ये भी क्रिकेट खेलते है। उम्मीद है इनको जल्दी राष्ट्रीय टीम में मौका दिया जाएगा।
आज हम बात करेंगे ऐसे तीन महान खिलाड़ियों के बेटों की जो बस अब एक मौके की तलाश है टीम इंडिया में अपनी जगह बनाने के लिए।
1. अर्जुन तेंदुलकर
अर्जुन तेंदुलकर क्रिकेट के भगवान कहें जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बेटे हैं। अर्जुन तेंदुलकर के पिछले प्रदर्शनों से पता चला है कि वह अपने पिता के नक्शेकदम पर चलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
पिछले साल, MIG क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए वह सिर्फ 26 गेंदों में 77 रन बनाने में सफल रहे, जिसमें एक ओवर में 5 छक्के शामिल थे। वह ज्यादतर गेंदबाजी करते हैं पर बल्ले से भी उपयोगी साबित होते हैं। उनके शानदार प्रदर्शन ने आईपीएल में उनका मार्ग प्रशस्त करने में मदद की है।
आईपीएल 2022 मेगा ऑक्शन में अर्जुन तेंदुलकर को मुंबई इंडियंस ने 30 लाख में खरीदा। उन्हें आईपीएल में मौका तो नहीं मिला। पर उम्मीद है की उन्हें जल्द ही एक मौका मिले और वह अपने प्रदर्शन के बलबूते पर टीम में जगह बनाए।
2. समित द्रविड़
समित द्रविड़ भारत की दीवार कहें जाने वाले राहुल द्रविड़ के बेटे हैं। समित 16 साल के ही हैं, लेकिन कहा जाता है कि उन्होंने काफी क्षमता दिखाई है और वह पहले ही जूनियर क्रिकेट में अपना नाम बना चुके हैं।
समित को उनके पिता राहुल द्रविड़ कोचिंग देते हैं। उन्होंने 2016 में टाइगर कप क्रिकेट टूर्नामेंट में बैंगलोर यूनाइटेड क्रिकेट क्लब (बीयूसीसी) के लिए अंडर -14 स्तर पर घरेलू शुरुआत की। दिसंबर 2019 में, समित ने कर्नाटक राज्य अंतर-क्षेत्रीय टूर्नामेंट में 250 गेंदों पर 201 रन बनाए।
3. आर्यन बांगर
आर्यन बांगर भारतीय क्रिकेटर संजय बांगर के बेटे हैं। अपने पिता की तरह ही आर्यन भी एक ऑलराउंडर हैं। 2019 में, उन्होंने जूनियर काउंटी खेल में लीसेस्टरशायर के साथ एक सत्र बिताया।
2021 में, आर्यन ने राष्ट्रीय अंडर -19 (कूच बिहार ट्रॉफी) में पुडुचेरी का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 5 मैचों में 300 रन बनाए। आर्यन ने दो अर्धशतक बनाए और 20 विकेट लेने के साथ 150 रन के साथ सर्वोच्च स्कोरर रहें। उन्हें भी मौके की तलाश हैं।