रविवार का दिन शायद ही कोई भारतीय समर्थक याद रखना चाहेगा जब दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में टी20 विश्व कप का अपना पहला मुकाबला खेल रहे भारत को पाकिस्तान से 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
उस दिन न भारत की विश्व स्तरीय गेंदबाजी में धार दिखी न ही उसके बल्लेबाज लय में नजर आये। नतीजा यह रहा कि पाकिस्तान ने 13 बॉल शेष रहते और 10 विकेट से ये मुकाबला अपने नाम कर लिया।
तबसे ही क्रिकेट विशेषज्ञ भारतीय टीम के हर के ऊपर कई तरह के सवाल और आरोप लगा रहे हैं। तीन कारण जो भारत की हार की वजह बनी –
अश्विन के होते हुए वरुण को खिलाना
सभी जानते है कि अश्विन के पास वर्ल्ड कप का कितना अनुभव है। इससे पहले भी वह दो टी 20 वर्ल्ड कप खेल चुके हैं। अश्विन को हमेशा खुद पर विश्वास रहता है और शायद ही कभी वह कठिन परिस्थितियों में हताश दिखें हों।अनुभवी अश्विन गेंदबाजी लाइन-अप में विविधता लाते हैं। उनको उनकी कैरम बॉल के उपयोग के लिए जाना जाता हैं।
इसके अलावा उन्हें मैच के विभिन्न चरणों में प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसमें पावरप्ले भी शामिल है। ऐसे में पाकिस्तान जैसी टीम के सामने अश्विन के बदले वरुण को खिलाना भारत के लिए उल्टा साबित हुआ क्योंकि भारत पाकिस्तान मैच हमेशा प्रेशर वाला होता है ऐसे में भारत को एक अनुभवी स्पिन गेंदबाज की कमी खली।
अनफिट पांड्या को मौका देना
हार्दिक पांड्या का इस्तेमाल भारत एक बल्लेबाज के रूप में ही कर रहीं है। अगर ऐसा ही था तो उनके जगह ईशान किशन को खिलाया जा सकता था। इससे भारत को लेफ्ट राइट कॉम्बिनेशन का फायदा भी मिलता और ईशान किशन पूरी तरह से फिट और फॉर्म में भी थे। ऐसे में अनफिट हार्दिक को खिलाना भारत की सबसे बड़ी भूल थी।
हार्दिक के विकल्प के तौर पर शार्दुल का इस्तेमाल भी भारत की मुश्किलें कम कर सकता था। ऐसा करने से भारत को एक अतिरिक्त गेंदबाज जो अभी फॉर्म में भी था मिल सकता था। साथ में शार्दुल बल्लेबाजी भी कर सकते थे।
पहले से ही हारे हुए से नज़र आये भारतीय खिलाड़ी
भारतीय टीम पहले से ही दबाव में नजर आयी। पहले ही गेंद से उनमें जीतने का जज्बा नहीं दिखा। जबकि पाकिस्तानी टीम हमेशा जोश से भरे और भारतीय टीम पर हावी नज़र आये। पहले भारतीय टीम पाकिस्तानी टीम की गेंदबाजी के सामने बेबस दिखी। उसके बाद भारतीय गेंदबाज एक भी विकेट लेने में कामयाब नहीं रहें। गेंदबाजी करते वक़्त ऐसा लगा कि भारतीय टीम पहले से ही हार मान चुकी थी।