New Delhi: कोरोना वायरस के मामले दुनिया में इस कदर बढ़ रहे हैं जिसका अंदाजा भी लगाना भयानक है। कोरोना वायरस महामारी नें सभी के बिजनेस की कमर तोड़ रखी है। हाल ही में मंगलवार को केयर रेटिंग्स ने कहा कि कोरोना वायरस महा’मारी ने पैसेंजर ट्रेवलिंग को 30% तक कम कर सकती है। फाइनेशनल ईयर के दौरान इसका आंकड़ा पहले से 20 से 25 प्रतिशत के अनुमान पर रखा गया था। इसके साथ ही रेटिंग एजेंसी ने यह भी भविष्यवाणी की है कि सोशल डिसटेंसिंग के कारण फ्लाइट ट्रेवलिंग महंगी होगी। देश में अभी सारी घरेलू और इंटरनेशनल कमरश्ल पैसेंजर फ्लाइट्स को सस्पेंड कर दिया गया है।
केयर रेटिंग एजेंसी ने बताया कि “केयर रेटिंग्स ने पहले अर्न्ली ईयर 2020-21 के बीच पैंसेजर फ्लाइट्स की संख्या में 20-25 प्रतिशत की कमी का अंदाजा लगाया था, लेकिन जिस तरह से कोरोना केस में वृद्धि हुई है, उसकी तेजी को देखते हुए नए एरिया कोरोना हॉट’स्पॉट रूप में बदल गए। कोरोना वायरस की वजह से आई मुसीब’तों के कारण ऐसा लगता है कि कोरोना वाय’रस नाम की इस महा’मारी का खात्मा मु’श्किल है। अभी तक इस बीमारी को खत्म करने का कोई ईलाज या तरीका नहीं है।’
केयर रेटिंग्स ने कोरोना से जूझते मौजूदा समय के बारे में बात करते हुए कहा कि अभी तक इस महामारी के इलाज के लिए कोई वैक्सीन भी नहीं बनाई गई है। इस सारी बातों को ध्यान में रखते हुए एक बात कही जा सकती हैं कि इससे बचने का एकमात्र तरिका लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग है। इस लिए हमने अपने पहले के लगाए गए सभी अनुमानों को होल्ड पर रखा है। फ्लाइनेंशली ईयर 2020-21 में ट्रेवलिंग पैंसेंजर फ्लाइट में 30% की गिरावट की उम्मीद रख रहे है।”
भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना से पहले कोई एयरलाइन फिर से शुरू नहीं होने दिया जाएगा। भारत सरकार के फैसले के बाद बाद एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को इस मामले में कहा कि घरेलू और इंटरनेशनल एयरलाइंस पर लगा बैन केवल तब हटाया जाएगा। जब सरकार को यह विश्वास हो जाता है कि कोरोना कंट्रोल हो गया है, और सभी भारतीय को कोई खतरा नहीं है।