फैंस को लगने लगा है कि आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप ओपनर में रविवार की रात पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी हार के बाद सब खत्म हो गया है। पर ऐसा नहीं है अभी सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए भारत के पास 4 और मैच बाकी है।
हालांकि, ऐसा होने के लिए, टीम प्रबंधन को बहुत कुछ विचार करना होगा, खासकर टीम कॉम्बिनेशन के संबंध में। ऐसे में टीम से दो खिलाड़ियों के बाहर होने की संभावना सबसे अधिक है।
हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या पाकिस्तान के खिलाफ मैच में बाद के हाफ में मैदान से गायब थे। इसका कारण बल्लेबाजी के दौरान उनके कंधे में लगी चोट बताई जा रही है। हार्दिक पहले से ही चोट जैसे मुद्दों के कारण गेंदबाजी नहीं कर रहे थे। अगर भारत को एक बल्लेबाज की ही जरूरत है तो उनके बदले ईशान किशन बेहतर विकल्प हो सकतें हैं।
ईशान हो सकते है विकल्प
ईशान को शामिल करने से भारत अधिकांश पारियों के लिए बाएं और दाएं हाथ के संयोजन को बनाए रखने में सक्षम होगा। साथ ही अगर पाकिस्तान के खिलाफ मैच की तरह रोहित और राहुल जल्द आउट हो जाते है तो टीम में ईशान का होना टीम को स्थिरता प्रदान करेगा।
शार्दुल में भी जगह लेना का दमखम
वैसे तो हार्दिक गेंदबाजी नहीं कर रहे लेकिन अगर उनके विकल्प के तौर पर भारत एक आल राउंडर ही चाहता है तो शार्दुल वह जगह अच्छी तरह से संभाल सकते है। आईपीएल और टेस्ट मैच में शार्दुल ने कई बार इसका सबूत भी दिया है। गेंद के साथ तो वह लाजवाब हैं ही, बल्ले से भी वे अच्छी पारी खेलने में सक्षम है।
हार्दिक के विषय में अब टीम को निर्णय लेना ही होगा। ऐसे उन्हें बार बार मौका देकर जोखिम लेने का समय अब ख़त्म हो चुका है। सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए भारत को अपने अगले सभी मैच अच्छे रन रेट से जीतने होंगे। अब सिलेक्शन में गलती की कोई जगह नहीं है।
वरुण चक्रवर्ती
पाकिस्तान के साथ हुए मैच में वरुण बेअसर नज़र आये। पाकिस्तानी खिलाड़ियों को उनको पिक करने में ज़रा भी दिक्कत नहीं हुई। मैच में साफ तौर पर एक अनुभवी स्पिनर की कमी महसूस हुई। उम्मीद है कि भारतीय टीम मैनजमेंट ने इससे सबक लिया होगा और अगले मैच में वरुण के जगह अश्विन को मौका देने पर विचार कर रहीं होगी।
वरुण के पास अनुभव की कमी
अश्विन का अनुभव इन हाई टेंशन मैच में काम आ सकता है। अश्विन इससे पहले भी दो टी 20 विश्व कप खेल चुके है। उनके आकड़ें भी उनकी काबिलियत को बयां करते है। विश्व कप में अभी तक उन्होंने कुल 15 मुकाबले खेले है जिसमे केवल 6.18 की इकॉनमी से रन दिए है साथ ही 20 विकेट भी चटकाए हैं। दूसरी तरफ वरुण के लिए ये पहला विश्व कप है और उनकी गेंदबाजी में धार भी नज़र नहीं आ रही। साथ ही वरुण के जगह अश्विन को रखने से टीम की एक अतिरिक्त बोलिंग आल राउंडर की कमी भी पूरी हो जाएगी।