विश्व भर में क्रिकेट की देखरेख करने वाली सर्वोच्च संस्था इंटरनेशनल क्रिकेट परिषद (international Cricket council) यानी कि ICC अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के नियमों में बदलाव करने के मूड में है। तकरीबन 2 साल पहले कोरोना वायरस के कारण क्रिकेट में गेंद को लार से चमकाने के इस्तेमाल को रोक दिया गया था लेकिन अब इसे स्थाई तौर पर रोक लगा दी गई है।
सौरव गांगुली के नेतृत्व में हुआ है ये काम
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Saurav Ganguly) की अध्यक्षता में पुरुष क्रिकेट कमेटी ने मेलबोर्न क्रिकेट क्लब (MCC) के नए नियमों पर महिला क्रिकेट कमेटी के साथ चर्चा करके रूल्स में कुछ बदलाव किए हैं और उन्हें नए तरीके से लागू किया है। नए नियम अक्टूबर माह की 1 तारीख से प्रभाव में आएंगे।
आइए जानते हैं नए नियमों के बारे में
कैच आउट का नियम
आपको जानकारी के लिए बताते चलें कि जब कोई बल्लेबाज कैच आउट होगा तो उसके स्थान पर बल्लेबाजी करने आए बल्लेबाज को स्ट्राइक पर ही खेलने आएगा। आउट होकर बाहर जाने वाले खिलाड़ी का क्रीज बदलने या नहीं बदलने से इस पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
अब तक यह नियम था कि अगर कोई बल्लेबाज को आउट होने से पहले स्ट्राइक चेंज करता है तो नान स्ट्राइकर इन पर नया बल्लेबाज आता था। अब इस नियम में बदलाव कर दिया गया है।
लार का उपयोग
मुकाबले के दौरान अक्सर खिलाड़ी लार के इस्तेमाल से गेंद को चमकाते हैं। लेकिन पिछले 2 वर्षों में कोरोनावायरस की भयानक महामारी के कारण ऐसा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। और उसके बाद इस संबंध में कुछ अन्य नियम बनाए गए थे। लार के उपयोग को अस्थाई तौर पर प्रतिबंधित कर दिया गया था। और अब इस प्रतिबंध को स्थाई कर दिया गया है ऐसे में अब क्रिकेट में लार का इस्तेमाल कोई भी खिलाड़ी नहीं कर सकेगा।
नए बल्लेबाज के लिए स्ट्राइक लेने का समय निर्धारित
क्रिकेट के खेल में नए नए बदलाव देखे जा रहे हैं। इसी कड़ी में किसी खिलाड़ी के आउट होने के बाद जब भी नया बल्लेबाज स्ट्राइक पर आता है तो उसे टेस्ट और वनडे में 2 मिनट के अंदर स्ट्राइक लेनी होगी।
दूसरी तरफ T20 इंटरनेशनल क्रिकेट में 90 सेकंड का समय इसके लिए निर्धारित किया गया है। अगर निर्धारित समय के अंदर बल्लेबाज क्रीज पर नहीं आता है तो विपक्षी टीम का अंपायर आउट की अपील कर सकता है।
स्ट्राइकर बल्लेबाज द्वारा बाल खेलने का अधिकार
अब तक इस पर प्रतिबंध है, ऐसा इसलिए क्योंकि खेलते समय बल्लेबाज को पिच के अंदर ही होना चाहिए। अगर बल्लेबाज क्रीज से बाहर खेलने की कोशिश करता है तो उसे डेड बॉल करार दी जाएगी। लेकिन अगर कोई गेंद बल्लेबाज को बीच के बाहर आने पर मजबूर करती है तो अंपायर इस बाल को No Ball देगा।
क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम करती है गलत व्यवहार तो…
मान लीजिए अगर गेंदबाजी करने वाली टीम का गेंदबाज कुछ ऐसी हरकत जानबूझकर करता है जो पूरी तरह से अव्यवहारिक है या अनुचित है और गेंद स्ट्राइड में आने से पहले देखता है कि बल्लेबाज क्रीज से अधिक आगे आ गया है। उस दौरान गेंदबाज आउट करने के इरादे से स्ट्राइकर की तरफ थ्रो करता है और बाल को डेड बॉल घोषित किया जाएगा।
इन- मैच पेनाल्टी नियम
आपको बताते चलें कि साल 2022 के जनवरी माह में T20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लागू हो चुका है। इन–मैच पेनाल्टी नियम अब वनडे इंटरनेशनल में भी लागू किया जाएगा। इस रूल को साल 2023 के पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड कप सुपर लीग के संपन्न होने के बाद अमल में लाया जाएगा।
आपको बताते चलें कि जब कोई क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम एक निर्धारित समय पर अपनी ओवर खत्म नहीं कर पाती है तो मैच के आखिरी यानी कि डैथ ओवर्स में उस टीम को सीमा रेखा पर एक फील्डर कम रखने की सजा मिलती है। उस फील्डर को सर कल के अंदर खड़ा किया जाता है।