T20 World Cup: आईसीसी T-20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने न्यूजीलैंड को हराने के साथ पहली बार वर्ल्ड कप जीत लिया है। फाइनल में पहुंचने वाली दोनों टीमें वर्ल्डकप जीतने की दावेदार थी मगर ऑस्ट्रेलिया ने इस मुकाबले में न्यूजीलैंड को आठ विकेट से शिकस्त देते हुए खिताब को अपने नाम किया। न्यूजीलैंड की टीम ने T-20 फाइनल मुकाबले में 172 रन बनाए जो अब तक खेले गए मुकाबलों के मुताबिक अच्छा स्कोर था। न्यूजीलैंड द्वारा दिए गए 173 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 18 ओवर 5 गेंदों में मुकाबले को अपने नाम कर लिया। ऑस्ट्रेलिया के तरफ से मिशेल मार्श ने 77 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलते हुए टीम को विश्व विजेता बना दिया।
मिचेल मार्श को मिला प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कप्तान आरोन फिंच का जल्द ही विकेट खो दिया। कप्तान के पवेलियन लौटने पर क्रीज पर आए मिशेल मार्श ने एक से बढ़कर एक दमदार शाट खेले। मिशेल मार्च ने क्रीज पर आते ही पहली बॉल को सीमा रेखा के पार भेजा। इसके अलावा अगली दो गेंदों पर दो चौके जड़ दिए।
मिशेल मार्स ने 77 रनों की पारी खेलकर न्यूजीलैंड के वर्ल्ड कप का खिताब जीतने अरमानों पर पानी फेर दिया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने आए मिशेल मार्श ने 50 गेंदों का सामना करते हुए 77 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 4 छक्के और 6 चौके भी लगाएं। उनकी इस पारी के लिए आईसीसी ने उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी दिया।
टूर्नामेंट में मिशेल मार्स का परफॉर्मेंस
ऑस्ट्रेलिया के लिए नंबर 3 पर बैटिंग करने वाले मिशेल मार्स इस T-20 वर्ल्ड कप में दो अर्धशतकीय पारियां भी खेली हैं। इस मुकाबले से पहले उन्होंने विंडीज के खिलाफ 53 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली थी। जबकि इस फाइनल मुकाबले में उन्होंने 77 रन बनाए।
मिशेल मार्च इस टूर्नामेंट में 77 रन, 28 रन, 53 रन, 16 रन और 11 रनों की पारियां खेल चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर मिशेल मार्श फेमस मार्श फैमिली से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक लोअर ऑर्डर के बैटर्स के रूप में की थी। शान मार्श बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी भी कर लेते हैं।
मिशेल मार्श का क्रिकेट कैरियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है मगर उन्होंने अपने आक्रमक खेल के जरिए टीम में वापसी की और टीम ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें तीसरे नंबर के लिए तैयार किया। जिसका नतीजा आज सबके सामने हैं। शान मार्श ने अपने बल्ले के दम पर आस्ट्रेलिया को पहली बार चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है