New Delhi: लोकसभा चुनाव और दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद अब बिहार में विधानसभा चुवान शुरू हो या है। जहां एक तरफ NDA पार्टी से नीतीश कुमार सीएम के पद के लिए उम्मीदवार हैं, वहीं RJD के नेता तेजस्वी यादव महा गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री की पोस्ट के लिए खड़े हैं। इसी बीच संडे को बिहार के लोगों अपने होने वाले सीएम के तीसरे केंडीडेट से मिले। बता दें कि बिहार के सीएम के पद लिए खड़े हुए इस उम्मीदवार का नाम पुष्पम प्रिया चौधरी हैं।
दरअसल संडे को बिहार के कई न्यूज पेपर में एक एड छपा हुआ था, जिसमें पुष्पम प्रिया चौधरी खुद को बिहार के सीएम पद की उम्मीदवार बताया। इस न्यूज पेपर एड के जरिए पुष्पम ने बताया कि उन्होंने ‘प्लूरल्स” नाम की एक पॉलीटिकल पार्टी बनाई है, और वो इस पार्टी की प्रेसिडेंट है। 8 मार्च इंटरनेशनल वुमन्स डे के मौके पर पुष्पम ने इस एड के जरिए बिहार में होने वाले चुनाव में सीएम की पद के लिए खुद के दावेदारी की घोषणा की है। इसके साथ पुष्पम ने ये भी बताया कि उन्होंने विदेश में पढ़ाई की हैं जिसके पूरे होन के बाद वो बिहार आई और अब बिहार बदलना चाहती है।
As Lasswell said, politics is who gets what, when and how. Following this, Bihar needs a blueprint and Plurals has a concrete roadmap for 2025 and 2030. Stay tuned for updates. #ProgressiveBihar2020 #PositivePolitics pic.twitter.com/qR93Czquqa
— Pushpam Priya Choudhary (@pushpampc13) March 8, 2020
इस न्यूज पेपर एड में पुष्पम प्रिया ने एक इंट्रस्टिंग पंच लाइन भी दी, जो कुछ इस तरह है “जन गण सबका शासन”। इस एड में ये भी लिखा हैं कि बिहार में अब सबका शासन होगा, इसके आगे में आप एड में लिखा पाएगे “बिहार डिजर्व बेटर, एंड बेटर इज पॉसिबल” पुष्पम ने इस एड में एक ओपन लेटर भी लिखा है जिसमें उन्होंने कहा कि अगर वह मुख्यमंत्री बने तो बिहार 2025 तक देश का सबसे विकसित राज्य बन जाएगा और 2030 तक किसी भी यूरोपीय देश जैसा राज्य का विकास बराबर होगा।
जानकारी के लिए आपको बता दें, आने वाले कुछ ही महीनों में बिहार विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसको लेकर सभी दलों ने अभी से ही तैयारियों में जुट चुकी है। वहीं होली से पहले ही रैलियों और यात्राओं का दौर शुरू हो चुका है। एक तरफ जहां सत्तारूढ़ बीजेपी, जद (यू) और लोजपा है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष के रूप में आरजेडी, कांग्रेस, रालोसपा और जीतन राम मांझी की पार्टी हम मौजूद है। खैर अब यह देखना दिलचस्प होगा आने वाले समय में बिहार की राजनीति किस तरफ रूख अख्तियार करती है।