रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने बतौर पूर्णकालिक एकदिवसीय कप्तान आज अपना पहला एकदिवसीय मैच खेला।
भारत ने इस मैच में 6 विकेट से जीत हासिल की। जहां गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया वहीं खुद कप्तान ने भी अर्धशतकीय पारी खेली। जिसके चलते भारत ने ये जीत हासिल की। पर रोहित द्वारा लिए गए तीन निर्णयों ने सबका ध्यान अपनी और खींचा।
साउथ अफ्रीका में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद दीपक चाहर को जगह न देना
Rohit Sharma ने बतौर तेज गेंदबाज शार्दुल, प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज को प्लेइंग इलेवन में जगह दी। उम्मीद थी, साउथ अफ्रीका दौरे में अंतिम ODI में गेंद के साथ साथ बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करने वाले दीपक को प्लेइंग इलेवन में खिलाया जायेगा क्योंकि शिखर, ऋतुराज और श्रेयस के पॉजिटिव आने के बाद से टीम में वैसे ही बल्लेबाजों की कमी थी।
पर इसके विपरीत Rohit Sharma ने उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर ही रखा। उनके बदले खेलने वाले प्रसिद्ध ने 2 विकेट हासिल कर कप्तान के निर्णय को सही साबित किया।
कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में जगह न देना
पिछले काफी समय से भारत बीच के ओवर में विकेट नहीं निकाल पा रहा है। जिसके चलते काफी समय बाद कुलदीप को स्क्वाड का हिस्सा बनाया गया। उम्मीद थी कि युजवेंद्र और कुलदीप की जोड़ी को फैंस साथ में खेलते हुए देखेंगे।
पर उनके बदले Rohit Sharma स्पिन गेंदबाजी करने वाले आल राउंडर वाशिंगटन के साथ गए। जहां युजवेंद्र ने इस मैच में 4 विकेट लिए। वहीं वाशिंगटन ने भी रोहित के भरोसे को खाली नहीं जाने दिया उन्होंने भी अपने नाम 3 विकेट किये।
रवि बिश्नोई का प्रयोग न करना
साउथ अफ्रीका दौरे में चहल विफल हुए थे। इसके बावजूद Rohit Sharma एक बार फिर उनके साथ ही मैदान में उतरे। उम्मीद थी कि युजवेंद्र के बदले युवा गेंदबाज रवि बिश्नोई को मौका दिया जायेगा। जो पिछले साल हुए आईपीएल में काफी कारगर साबित हुए थे।
जहां उन्होंने 9 मैचों में 12 विकेट लिए। जहां उनकी इकॉनमी 6 से बस कुछ ऊपर की रही। पर Rohit Sharma का अपने अनुभवी गेंदबाज के साथ जाने का निर्णय चौंकाने वाला था। पर आखिर उनका ये निर्णय टीम के लिए सही साबित हुआ और युजवेंद्र ने 4 विकेट झटके।