जैसा कि सभी को पता हैं कि भारत सरकार इन दिनों वंदे भारत मिशन पर है। इस मिशन के तहत सरकार दूसरे देशों में फंसे हुए अपने नागरिकों वापस ला रही है। 7 मई गुरुवार से शुरू हुए इस मिशन के पहले चरण में खाड़ी देशों में फंसे भारतीयों को भारत वापस लाया जा रहा है।
लेकिन इसी बीच एक चौका देने वाली खबर सामने आई है। बता दें कि गुरुवार को केरल में उतरने वाली स्पेशल एयर इंडिया फ्लाइट्स के जरिए से अबू धाबी और दुबई से आए 363 भारतीयों में से दो भारतीय कामागर कोरोना पॅाजिटिव निकल गए। इसकी वजह से प्रशासन में हड़’कंप मच गया। फिलहाल दोनों का क्वारटाइन में रखकर इलाज किया जा रहा है।
हाल ही में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आज शाम अपने दैनिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इस बारे में बात करते हुए कहा कि कोरोन से संक्रमित व्यक्तियों में से एक का इलाज कोझीकोड में किया जा रहा है, वहीं दूसरे कोच्चि में इलाज करवाया जा रहा है। नए मामलों ने राज्य में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 505 कर दी है, जिसमें 17 लोग इस समय अस्पताल में हैं। जिसमें से 4 लोगों कि मौत हो चुकी है, वहीं 484 लोग सफलतापूर्वक इलाज के बाद पूरी तरह से ठीक हो गए है।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि राज्य अब तक कोरोना वायरस की लड़ाई में सफल रहा है। लेकिन इसे एक संभावित प्रसार के लिए भी तैयार रहना चाहिए, दूसरे देशों से लौट कर आ रहे हैं भारतीयों के साथ वापस हो सकता है।
खाड़ी देशों से एयर इंडिया की फ्लाइट के अलावा, भारतीय नौसेना की शीप INS जलाश्व के जरिए से 698 भारतीयों को मालदीव से कोच्चि भेजा जा रहा है। बता दें कि उम्मीद की जा रही हैं कि अगले कुछ दिनों में दूसरे देशों से और कुछ हजारों लोगों की देश वापसी हो सकती है। वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया ने 7 मई से 13 मई के बीच 64 पेड उड़ानें संचालित करने का फैसला किया है।