संयुक्त अरब अमीरात (UAE) 2020 के लैं’गिक असमानता इंडेक्स में अरब देशों में पहले पायदान और विश्व स्तर पर 18वें पायदान पर है। इस इंडेक्स में प्रजनन स्वास्थ्य, सशक्तिकरण और श्रम बाजार में पुरुषों और महिलाओं के बीच असमानताओं को ट्रैक किया जाता है।
उप राष्ट्रपति और दुबई के शासक Sheikh Mohammed bin Rashid ने UAE की इस उपलब्धि पर अपनी प्रशंसा जाहिर करते हुए कहा है कि, संयुक्त अरब अमीरात का लक्ष्य 2021 तक लैंगिक असमानता में दुनिया के शीर्ष 25 देशों में से नंबर एक पर होना है।
We set a goal for the @UAEGBC to make the UAE one the world’s top 25 countries in the field of gender balance by 2021. Even before the end of 2020, the UAE has been ranked No. 1 in the Arab world and 18th on the @UNDP Gender Inequality Index. pic.twitter.com/zt7nWiEE8s
— HH Sheikh Mohammed (@HHShkMohd) December 15, 2020
यूएई जेंडर बैलेंस काउंसिल और दुबई महिला प्रतिष्ठान की अध्यक्ष Sheikha Manal bint Mohammed bin Rashid Al Maktoum ने कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि काउंसिल की स्थापना के बाद से पांच साल में देश ने नया मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा कि, “UAE लैंगिक असमानता का समर्थन करने वाली नीतियों के लिए पड़ोसी अरब देशों में और सभी खाड़ी देशों में एक रोल मॉडल बन गया है।”
गौरतलब है कि, UAE ने इस साल निजी क्षेत्र में लैंगिक भेदभाव को समाप्त करते हुए बड़ा कदम उठाया था। UAE प्रमुख शेख खलीफा बिन जायेद अल नाहयान ने इस नए कानून को लागू करने का फरमान जारी करके देश की महिलाओं को एक बड़ा तोहफा दिया है। कानून बनने पर मानव संसाधन मंत्रालय ने कहा था कि, UAE में लैंगिक समानता के चलते अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर देश की प्रतिष्ठा बढ़ेगी।