महाराष्ट्र सरकार के 100 दिन पूरे होने के बाद आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि वे राम मंदिर के निर्माण के लिए एक करोड़ की राशि देंगे। सीएम उद्धव ठाकरे ने यह बात कहा कि यह रकम राज्य सरकार नहीं, बल्कि ट्रस्ट के जरिए राम मंदिर को प्रदान किया जाएगा।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं राम लला का यहां पर आर्शीवाद लेने आया हूं। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात हैं। मैं यहां बार बार अयोध्या आऊंगा। मेरा यहां पिछले डेढ़ सालों में तीसरा दौरा है। मैं यहां पूजा अर्चना भी करूंगा। उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि मैं बीजेपी से अलग हुआ हूं, लेकिन हिंदुत्व से नहीं। यह बात जान लीजिए कि बीजेपी का मतलब हिंदुत्व नहीं है। हिंदुत्व अलग है और बीजेपी अलग है।
वहीं उद्धव ठाकरे ने आरती में शामिल होने की इच्छा भी जताई, हालांकि कोरोना वायरस की वजह से वे वहां नहीं जा सकते, लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राम मंदिर में पूजा अर्चना में शामिल होंगे। साथ ही रामलला के दर्शन भी करेंगे। बताया जा रहा है कि उद्धव ठाकरे को कुल 2 घंटे का कार्यक्रम है। रामलला का दर्शन करने के बाद उद्धव ठाकरे परिवार के साथ लखनऊ रवाना होंगे, फिर वहीं से मुंबई के लिए निकल जाएंगे। उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे को शानदार बनाने के लिए विशेष ट्रेन से करीब ढाई हजार शिवसैनिक मुंबई से अयोध्या पहुंचेगे।
बता दें कि इससे पहले वर्ष 2018 में लोकसभा चुनाव से पहले और जून 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद उद्धव ठाकरे पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ अयोध्या पहुंचे थे। अपने पहले दौरे में उद्धव ठाकरे ने अयोध्या में पहले मंदिर फिर सरकार का नारा भी दिया था. इस नारे से उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार पर द’बाव बनाने की कोशिश भी की थी। बता दें, नरेंद्र मोदी सरकार ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से ट्रस का गठन कर दिया है. यही ट्रस्ट भव्य राम मंदिर निर्माण का काम संभालेगी.