वो मुकाबला जब वीरेंद्र सहवाग ने बल्ले से मचाया था कहर, 25 चौके और 7 छक्के की मदद से ठोका वनडे में दोहरा शतक

वीरेंद्र सहवाग भारतीय क्रिकेट का अविस्मरणीय नाम। वीरेंद्र सहवाग के नाम को शायद ही कोई फैंस भूल सकता है। वीरेंद्र सहवाग अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाजों की लिस्ट में शुमार किए जाते थे।

उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी को देखकर हर क्रिकेट फैंस रोमांचित हो उठता था। वीरेंद्र सहवाग बल्लेबाजी के दौरान जितनी भी समय क्रीज पर रहती थी तो उनके बल्ले से चौके छक्के की निकलने की भरपूर गारंटी रहती थी।

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने उस समय दोहरा शतक लगाया था, उस दौरान खिलाड़ी दोहरे शतक के बारे में सोचते भी नहीं होंगे। लेकिन वीरेंद्र सहवाग ने ऐसा करके दुनिया भर के खिलाड़ियों को दोहरा शतक लगाने के लिए प्रेरित किया है। वीरेंद्र सहवाग के बाद दुनिया के कई खिलाड़ी दोहरा शतक लगा चुके हैं।

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वीरू ने इंदौर में खेली थी मैराथन पारी

टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने 8 दिसंबर को इंदौर के होल्कर स्टेडियम में अपना दोहरा शतक पूरा किया था। उन्होंने अपनी डबल सेंचुरी पूरी करते हुए 150 गेंदों पर 7 छक्के और 25 चौके लगाकर कुल 219 रन बनाए थे।

वीरेंद्र सहवाग से पहले दोहरा शतक लगाने का कारनामा सिर्फ भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने किया था। सचिन तेंदुलकर ने जहां दोहरा शतक लगाने के लिए दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों की जमकर खबर ली थी तो वहीं वीरेंद्र सहवाग ने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ ते हुए 219 रनों की शानदार पारी खेली थी।

वीरेंद्र सहवाग दोहरा शतक लगाने के बारे में पहले से ही जानते थे

इंदौर में 219 रनों की शानदार पारी खेलने वाले भारत के सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने उस मुकाबले के दौरान बात करते हुए कहा था, “जब पावर प्ले शुरू हुआ था तो उसके बाद ही मुझे लगा कि मैं दोहरा शतक लगा सकता हूं। जब सैमी ने मेरा कर छोड़ा तब तो मैं बिल्कुल समझ ही गया कि भगवान मेरे साथ हैं।”

कैरेबियाई टीम को दी थी डेढ़ सौ से अधिक रनों से मात

जिस मुकाबले में वीरेंद्र सहवाग के बल्ले से दोहरा शतक निकाला था उस मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को 153 रनों से हराया था। उस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज के सामने जीत के लिए 419 रनों का टारगेट सेट किया था। लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज की टीम 265 रन बनाकर पवेलियन लौट गई थी।

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