भारतीय टीम में स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा यकीनन अद्वितीय है। विराट कोहली की चोट ने हनुमा विहारी को पिछले साल जनवरी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ड्रा हुए सिडनी टेस्ट के लंबे अंतराल के बाद अब भारतीय टीम में खेलने का मौका दिया।
तीसरे टेस्ट में होगी कोहली की वापसी
विहारी ने इस अवसर में काफी अच्छा प्रदर्शन किया, जोहान्सबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट की दो पारियों में 20 और नाबाद 40 रन बनाए। पर टीम से हटने का खतरा एक बार फिर उनके सिर पर मंडरा रहा है, कप्तान कोहली के तीसरे टेस्ट में प्लेइंग इलेवन में वापसी की संभावना है।
किसको कुर्बान करनी होगी अपनी जगह – विहारी, पुजारा या रहाणे?
विहारी का भारतीय टीम में आना न केवल हैदराबाद के खिलाड़ी के लिए प्रबंधन और चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का अवसर था, बल्कि अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के लिए भी एक चेतावनी थी, जो यकीनन टीम में सबसे अधिक दबाव वाले खिलाड़ी थे।
हालांकि, दूसरी पारी में दोनों के अर्धशतक से ऐसा लगता है कि टीम प्रबंधन के लिए स्थिति जटिल हो गई है। कोहली पीठ के ऊपरी हिस्से में ऐंठन के कारण जोहान्सबर्ग एनकाउंटर से चूकने के बाद वापसी करने के लिए फिट है, उनके टीम में आने से चेतश्वर, विहारी या अजिंक्या में से किसी एक कि टीम से छुट्टी तय है।
चेतेश्वर और अजिंक्या ने बनाये थे अर्धशतक
पुजारा और रहाणे ने दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में शानदार जवाबी आक्रमण के साथ एक बार फिर टीम में अपनी जगह पक्की करने को खेला। खेल के संदर्भ में, उनका प्रदर्शन भारतीय टीम को जीत की ओर ले जाने के लिए पर्याप्त नहीं था। यह दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर थे जिन्होंने वास्तव में उस विकेट पर बल्लेबाजी करने का तरीका दिखाया, अपनी टीम की जीत में नाबाद 96 रन बनाए।
विहारी का कटेगा पत्ता
अगर पूरी तस्वीर को देखा जाए, तो ऐसा लगता है कि रहाणे और पुजारा में से कम से कम एक को जारी रखना चाहिए था और अर्धशतक को एक बड़ी पारी में बदल देना चाहिए था। बात रहीं विहारी कि तो उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में वह नबाद 40 रन की पारी खेली थी। पर जिस तरह से टीम मैनेजमेंट हमेशा से चेतश्वर और रहाणे को बैक करती आई है उसे देख कर लगता है कि उनकी अर्धशतकीय पारियों के बाद उन्हें टीम में फिर जगह मिलेगी।
टीम में विराट के जगह आये विहारी का ही पत्ता काटना लगभग तय है। अगर चेतेश्वर या रहाणे में से किसी एक के बल्ले से वह अर्धशतक न आया होता तो उनमें से एक को विराट के लिए जगह बनाने के लिए निकाल दिया जाता पर उनकी उस एक पारी ने चीजों को बदल दिया।