रोहित की जगह कौन करेगा ओपनिंग, विराट से चाहिये कैसा प्रदर्शन? टीम इंडिया के कोच ने दिये सारे जवाब

भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जाने वाले पांटवे टेस्ट मुकाबले से पहले टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने पत्रकारों से बात करते हुए भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के स्वास्थ्य को ले बड़ा अपडेट दिया है। ज्ञात हो कि टीम इंडिया के कप्तान कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। पत्रकारों से बात करते हुए राहुल द्रविड़ ने बताया कि रोहित शर्मा के स्वास्थ्य पर हमारी मेडिकल टीम नजर रखे हुए है। उन्हें फिलहाल टेस्ट से बाहर नहीं कहा जा सकता, लेकिन उनका आरटीपीसीआर में नेगेटिव आना जरूरी है।

इसके साथ ही कोच ने संकेत दिए कि रोहित के प्लेइंग 11 में नहीं होने पर शुभमन गिल के साथ चेतेश्वर पुजारा ओपनिंग के लिये उतर सकते हैं। जसप्रीत बुमराह के इस टेस्ट में कप्तानी करने के सवाल पर द्रविड़ ने कहा, ‘‘यदि सूचना आधिकारिक सूत्रों से आए तो अच्छा है। मुझे नहीं पता कि मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा कहां हैं, लेकिन रोहित की स्थिति स्पष्ट होने पर ही आधिकारिक सूत्र कुछ सूचना देंगे। यह मेरा काम नहीं है।’’

मयंक अग्रवाल को कवर के तौर पर बुलाने के बावजूद रोहित के अंतिम एकादश में नहीं होने पर शुभमन गिल के साथ चेतेश्वर पुजारा पारी की शुरुआत कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “हम फैसला करेंगे। हम काफी चीजों पर गौर करेंगे। जाहिर है मयंक नियमित ओपनर बल्लेबाज हैं। हमारे पास अन्य विकल्प भी हैं। भरत ने आंध्र के लिए कई मैचों में ओपनिंग की और उन्होंने अभ्यास मैच में दिखाया कि वह इस समय शानदार बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने बल्लेबाजी की शुरुआत करते हुए 70 और 40 (43) रन बनाए। हमने काफी चीजों को ध्यान में रखते हुए उन्हें ओपन करने के लिए कहा था।”

चेतेश्वर पुजारा के संबंध में द्रविड़ ने कहा, “पुजारा काफी क्वालिटी वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने पहले भी भारत के लिए ओपनिंग की है। जैसा मैंने कहा हम जिस दिशा में जा रहे हैं, उसमें हम स्पष्ट हैं। हम देखेंगे कि रोहित के साथ क्या होता है, लेकिन मैं प्लेइंग इलेवन का खुलासा करने के लिए आजाद नहीं हूं। लेकिन हम स्पष्ट हैं।”

द्रविड़ का कहना है कि वह विराट कोहली से मैच जिताने वाला प्रदर्शन चाहते हैं, भले ही वह शतक नहीं हो। उन्होंने कहा, “खिलाड़ी विभिन्न दौर से गुजरते हैं और मुझे नहीं लगता कि विराट में प्रेरणा या ललक की कमी है। हमेशा जोर शतक पर नहीं रहना चाहिए। केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कठिन हालात में बनाए गए 79 रन भी उम्दा थे। वह तिहरे अंक तक नहीं पहुंचे, लेकिन वह बढ़िया पारी थी। उसने इतने ऊंचे मानदंड बनाए हैं कि लोग शतक को ही कामयाबी मानते हैं, लेकिन एक कोच के नजरिये से मैं उनसे मैच जिताने वाला योगदान चाहता हूं, भले ही वह 50 या 60 रन क्यों ना हो।”