समझ से परे, आखिर रोहित-द्रविड़ क्यों करते हैं इन पांच धुरंधर खिलाड़ियों को टीम से नजरंदाज

बीसीसीआई द्वारा बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले मैच सीरीज की लिए भारतीय स्क्वाड का चयन कर लिया गया हैं। कुछ बड़े नाम को आराम दिया गया हैं। वहीं कुछ नाम ऐसी भी है जिन्हे किसी भी स्क्वाड में जाग नहीं मिली हैं। ऐसे में समझ से परे है, आखिर रोहित-द्रविड़ क्यों करते हैं इन पांच धुरंधर खिलाड़ियों को टीम से नजरंदाज।

1. पृथ्वी शॉ

पृथ्वी शाॅ इस साल लाजवाब रहे हैं। ऐसे में उम्मीद थी कि इस युवा खिलाड़ी को टीम स्क्वाड में जगह दी जायेगी। पृथ्वी शाॅ ने सैयद मुस्ताक अली ट्रॉफी में केवल 7 पारियों में 285 रन बनाए थे। उनके ये रन 191 के स्ट्राइक रेट से आए थे।

इतना ही नहीं रणजी ट्रॉफी में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा था जहां उन्होंने केवल 6 पारियों में 355 रन जोड़े थे। इसके बावजूद भी उन्हें इस तरह से नजर अंदाज कर देना समझ से परे हैं।

2. सरफराज खान

टेस्ट स्क्वाड में सरफराज का नाम न होना सबसे ज्यादा चौंकाने वाला था। इस साल इस खिलाड़ी ने सब कुछ सही किया है। भारत के मिडिल ऑर्डर में कुछ ऐसे नाम है जिनका रिटायरमेंट बहुत करीब है, ऐसे में टीम को युवाओं को मौका देने की जरूरत थी। सरफराज ने इस साल रणजी में 982 रन बनाए।

ईरानी ट्रॉफी में भी उन्होंने सौराष्ट्र के खिलाफ 138 रन की शानदार पारी खेली थी। 2022 में उन्होंने रणजी ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी और दिलीप ट्रॉफी के फाइनल में शतकीय पारी खेली। बावजूद इसके उन्हें टीम स्क्वाड में जगह नहीं दी गई।

3. रवि बिश्नोई

बिश्नोई जो मौजूदा वर्ल्ड कप में रिजर्व खिलाड़ी है ने इस साल टी 20I में शानदार प्रदर्शन किया। अब बिना किसी वजह उन्हें इस तरह से नजर अंदाज करना आखिर किसी के समझ नहीं आ रहा।

रवि ने इस साल 10 टी 20I में 16 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान उन्होंने एक 4 विकेट हॉल भी लिया हैं।

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4. ऋतुराज गायकवाड़

ऋतुराज को लेकर टीम का स्टैंड नहीं समझ आता। उन्हें पहले स्क्वाड में लिया जाता है तो प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं बनाया जाता।

अब जब उन्होंने हाल में न्यूजीलैंड A के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था तब उन्हें टीम से ही बाहर कर दिया गया। वहीं वह लगातार तौर पर, सैयद मुस्ताक अली ट्रॉफी, रणजी में भी अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे है उन्हे अचानक से टीम से बाहर कर देना समझ से परे हैं।

5. हनुमा विहारी

विहारी की बात करे तो वह एक बेहतरीन टेस्ट खिलाड़ी है। हर बार उन्होंने खुद को साबित किया है। चाहे बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी वह टीम को स्टेबल बनाते हैं। उन्होंने भारत के लिए अभी तक 16 टेस्ट खेले है जिसमें उन्होंने 1 शतक और 5 अर्धशतक लगाया है। साथ ही 5 विकेट भी लिए हैं।

उनके फर्स्ट क्लास के आंकड़ों की बात करे तो 105 मैच में उनके नाम 8110 रन हैं। जिसमे 23 शतक और 43 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान उनका हाईएस्ट 302 रन रहा हैं। ऐसे में उनको नजरंदाज करना भी समझ से परे है।

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